सरकार ने औद्योगिक क्षेत्र में नजरअंदाज किया पंजाब

अमृतसर— पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर प्रो. दरबारी लाल ने नमक मंडी में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने औद्योगिक क्षेत्र में पंजाब को नजरअंदाज किया है। केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई नई औद्योगिक नीति, जिसमें हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और पूर्वी राज्यों को दस वर्ष के लिए टैक्स होली-डे और अन्य सुविधाएं जारी रखना और पंजाब के हित को जानबूझकर नजरअंदाज करना एक बहुत बड़ा धोखा ही नहीं है, बल्कि पंजाबियों के साथ एक त्रासदी है। केंद्र की वाजपेयी सरकार ने 2001 में इन्हीं राज्यों को यह सहूलियतें मुहैया की थीं, जिन्हें अब सरकार ने 2027 तक फिर बढ़ा दिया है। प्रो. लाल ने कहा कि पंजाब में पिछले 15 वर्षों से 22 हजार से ज्यादा औद्योगिक यूनिट बंद हो चुके हैं और कई उद्योगपति इन प्रदेशों को पलायन कर गए हैं, जिससे पंजाब जो कभी औद्योगिक क्षेत्र में सबसे ज्यादा खुशहाल था, वह अब पूरी तरह पिछड़ गया है। इस अवसर पर बृज मोहन अरोड़ा, हरीश अरोड़ा, जिला कांग्रेस कमेटी शहरी के महासचिव रमेश शर्मा, धर्मवीर शर्मा, संजीव अरोड़ा, प्रदीप शर्मा, जनकराज लाली, अनील पाला, अशोक व टोनी मोंगा आदि मौजूद थे।

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