स्मार्ट शिमला : नगर निगम का स्मार्ट प्लान

शिमला— शिमला को स्मार्ट बनाने के लिए नगर निगम ने स्मार्ट प्लान तैयार किया है। इस प्लान को सिरे चढ़ाने के लिए नगर निगम ने स्टेक होल्डर के लिए विशेष कार्यशाला आयोजित की। इस दौरान नगर निगम के संयुक्त आयुक्त प्रशांत सरकैक ने स्मार्ट सिटी-वे फार्वर्ड पर प्रेजेंटेशन दी। इस दौरान मुख्य सचिव वीसी फारका, अतिरिक्त मुख्य सचिव शहरी मनीषा नंदा, निगम आयुक्त जेसी नेगी, महापौर कुसुम सदरेट, उपमहापौर राकेश शर्मा, पूर्व महापौर संजय चौहान भी कार्यशाला में विशेष तौर पर उपस्थित रहे। नगर निगम की ओर से शिमला शहर की सबसे प्रमुख समस्याओं में से एक ट्रैफिक कंजेक्श्न से शहर को निजात दिलाने के लिए कई महत्त्वकांक्षी प्रोजेक्ट तैयार किए हैं तो वहीं बर्फबारी के दौरान सूचना तंत्र को दुरूस्त रखने के लिए भी स्टीक व्यवस्था की गई है। वहीं आगजनी के दौरान पानी की कमी से निपटने के लिए बारिश के पानी को स्टोर करने के लिए अलग से टैंकों का निर्माण भी किया जाएगा। स्मार्ट सिटी में बिजली की बचत के लिए भी मास्टर प्लान बनाया गया है। वहीं शहर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले सर्कूलर रोड को भी आधुनिक तरीके से विकसित किया जाएगा। निगम ने जो मास्टर प्लान बनाया है उसके मुताबिक शहर में शहर के भीतर बाइपास बनाए जाएंगे, ताकि शिमला शहर के सबसे व्यस्त  सर्र्कूलर रोड पर टै्रफिक का बोझ कम किया जा सके। इसमें से  ढली से पंथाघाटी बाइपास शामिल है। इसके अलावा शहर के तीन मुख्य एंट्री प्वाइंटस पर तीन नोड होंगे। पहला नोड न्यू आईएसबीटी, दूसरा पंथाघाटी के पास मैहली और तीसरा ढली चौक पर होगा। इन स्थानों से भारी वाहनों के ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा और लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करना होगा। पहले चरण में ढली चौक नोड को विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही चार नई सुरंगे भी बनाई जाएगी। इसमें पहली सेंट बीड्स कालेज से आईजीएमसी, दूसरी टनल लिफट से लक्कड़ बाजार, तीसरी टनल शोघी से और चौथी टनल ढली में ही पहले से बनी टनल के साथ बनाई जाएगी। यह दीर्घकालीन योजना है। जबकि शुरुआत में लिफ्ट से लक्कड़ बाजार और ढली टनल के साथ एक और टनल बनाई जाएगी। इसके अलावा न्यू आईएसबीटी, राज्य संग्रहालय, आईजीएमसी मेडीकल कालेज, वाइस रीगल लाज, ढली चौक, टालएंड , संजौली चौक पर पब्लिक बाइक शेयर डाक्स होंगे जहां पब्लिक बाइक शेयर की सुविधा होगी। इसके साथ ही ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, पार्किंग के साथ पार्किंग सेंसर,  प्रवेश स्थल पर सेंसर स्क्रीन, बसस्टैंड पर वाई फाई सुविधा देने की भी योजना है। शिमला की भौगोकिल परिस्थितियों को देखते हुए यहां पर रोप वे और एस्केलेटर की भी सुविधा स्मार्ट सिटी मे मिलेगी। एस्केलेटर लगाने के लिए शिमला शहर के भीतर 13 स्थानों का चयन किया गया है।

रेडियो स्टेशन देगा आपदा की सूचना

शिमला में सर्दियों में अक्सर बर्फबारी के कारण जीवन अस्तव्यस्त हो जाता है। बिजली और पानी की व्यवस्था ठप हो जाती है और बिजली गुल होने के कारण सूचना तंत्र भी ठप हो जाता है। अक्सर विभागाधिकारियों का तर्क रहता है कि बिजली न होने के कारण उन्हें सूचना नहीं मिल पाई क्योंकि उनका मोबाइल चार्ज नहीं हो पाया। इस समस्या से निपटने के लिए नगर निगम शिमला अपना अलग रेडियो स्टेशन स्थापित करेगा। ये स्टेशन शहर में विभिन्न सुविधाओं के अलावा आपदा के समय हर सूचना से अधिकारियों और आम आदमी को अपडेट रखेगा।

लोगो बनाने वाले कपिला को सम्मान

स्मार्ट सिटी के लिए लोगो निर्माण को लेकर आयोजित प्रतियोगिता में बेहतरीन लोगो बनाने वाले अक्षित कपिला को पुरस्कृत किया गया। स्लोगन राइटिंग के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला फ ागली की आठवीं कक्षा की छात्रा को पुरस्कृत किया।

बारिश के पानी के लिए स्टोरेज टैंक

शिमला में पानी की किल्ल्त हमेशा बनी रहती है। इस समस्या को कम करने के लिए स्मार्ट सिटी में 50 लाख लीटर की क्षमता वाले वाटर टैंक बनेंगे, ताकि आपदा के समय बारिश के पानी का इस्तेमाल किया जा सके। इसके अलावा शहर में सफाई व्यवस्था को बनाए रखने के लिए भी इस पानी का इस्तेमाल किया जाएगा।

पर्यटकों को रिझाएंगे ईको टूरिज्म स्पाट

नगर निगम के तहत करीब 25 फीसदी क्षेत्र वन के अधीन आता है। नगर निगम अब वन क्षेत्र में इको टूरिज्म स्पाट विकसित करेगा ताकि शिमला आने वाले पर्यटकों को यहां की प्राकृतिक सुंदरता से रू-ब-रू करवाया जा सके।

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