अगले बरस तू जल्दी आ…

शिमला  —  राजधानी शिमला में भगवान गणपति को बड़ी ही धूमधाम से विदाई दी गई। दस दिनों तक गणपति महोत्सव का आयोजन किया गया। श्री सिद्धि विनायक सेवा मंडल की ओर से  यह  गणपति मूर्ति स्थापना एमसी कांप्लेक्स में की गई। 25 अगस्त को बड़ी ही धूमधाम से शहर में शोभायात्रा निकाल कर 108 मूर्तियों  की स्थापना पंडाल में की गई और चार सितंबर को उतनी ही धूमधाम से मूर्तियों को विसर्जन के लिए ले जाया गया।  श्री सिद्धि विनायक सेवा मंडल की ओर से भगवान गणपति की 108 मूर्तियों का विसर्जंन करने से पहले विशाल शोभायात्रा शहर में निकाली।  यह शोभायात्रा सीटीओ से शहर के बाजारों के बीच से ले जाते हुए शेर-ए-पंजाब तक निकाली गई। इस शोभायात्रा में गणपति भगवान की मुख्य प्रतिमा के साथ ही 107 छोटी गणपति मूर्तियों को भी शामिल किया गया।  शोभा यात्रा में शामिल सैकड़ों श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे  पर गुलाल उड़ाकर गणपति उत्सव का जश्न मनाया। नाचते-गाते हुए ढोल-नगाड़ों की थाप पर भव्य शोभायात्रा शहर में निकाली गई। शोभायात्रा में भक्तों ने गणपति बप्पा मोरेया, मंगल मूर्ति मोरेया के जयघोष लगाते हुए माहौल को भक्तिमय किया। सभी ने गणपति बप्पा से अगले बरस फिर से पधारने की कामना की। पंडाल में गणपति मूर्तियों को विसर्जन के लिए ले जाने से पहले मूर्तियों की विशेष पूजा-अर्चना भी की गई। श्री सिद्धि विनायक सेवा मंडल के महासचिव राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि मंडल की ओर से 25 अगस्त को गणपति मूर्ति स्थापना  पंडाल में की गई थी । सोमवार को मूर्तियों का धूमधाम से विसर्जन किया गया।