अस्ताना एक्सपो में भारत का जलवा

अस्ताना (कजाकिस्तान)— दुनिया को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए वैकल्पिक ऊर्जा पर केंद्रित अस्ताना में चल रहे अंतरराष्ट्रीय मेले में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को दर्शाता देश का मंडप मुख्य आकर्षण का केंद्र बन गया है। दर्शकों की संख्या के हिसाब से यह शीर्ष पांच देशों में शुमार है। सोवियत संघ से अलग होने के बाद बने कजाकिस्तान की नई नवेली राजधानी अस्ताना में दस जून से दस सितंबर तक चलने वाले ‘अस्ताना एक्सपो-2017’ में कजाकिस्तान पहले तथा चीन दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर है। भारतीय मंडप में रोजाना दस से 12 हजार दर्शक आ रहे हैं। ‘भविष्य की ऊर्जा’ थीम पर आयोजित मेले में 115 देश और करीब 22 अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने मल्टी मीडिया के जरिए स्वच्छ ऊर्जा की नई प्रौद्योगिकियों और अपनी-अपनी उपलब्धियों का आकर्षक नमूना पेश किया है। भारतीय मंडप में पूरी तरह से सौर ऊर्जा से चलने वाले कोचीन हवाई अड्डे को दर्शाया गया है, जो दुनिया में इस तरह का पहला हवाई अड्डा है। ‘मेक इन इंडिया’ के लोगो के जरिए स्वदेशी तकनीक से निर्मित सस्ती ऊर्जा प्रणालियों के विभिन्न नमूने पेश किए गए हैं। दिल्ली की शान मेट्रो और पूरी तरह सीएनजी पर आधारित दुनिया के सबसे बड़ी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को देश की उपलब्धियों के तौर पर दिखाया गया है। हाथों में मेहंदी लगाए कजाकिस्तान की स्कूली छात्रा पोतिमा भारतीय मंडप की इन प्रणालियों के बारे में दर्शकों को विभिन्न भाषाओं में समझा रही थीं। मंडप का आयोजन भारतीय व्यापार संवर्द्धन परिषद ने नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से किया है।