आधी रात को… बागी नाला बागी

मंडी —  सैण अलाथू के स्कूली बच्चों को रोजाना उफनती खड्ड को पार करके शिक्षा ग्रहण करने जाना पड़ता है। यहां पर पुल निर्माण की लंबे समय से चली आ रही मांग आज दिन तक पूरी नहीं हो सकी है। हालांकि पुल का एस्टीमेट बन गया है और अब बजट का इंतजार है। मंडी जिला की सदर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत सैण अलाथू के लोगों की वर्षों से चली आ रही पुल निर्माण की मांग आज दिन तक अधूरी है। आलम यह है कि स्कूली बच्चों से लेकर स्थानीय निवासियों को रोजाना जान जोखिम में डालकर उफनती खड्ड को पार करना पड़ता है। सैण अलाथू पंचायत के साई और अलाथू गांव में लगभग 300 की आबादी रहती है। यहां के बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए रत्तीपुल और रंधाड़ा जाना पड़ता है। भले ही बच्चे घर से नहा-धोकर स्कूल के लिए निकलते हों, लेकिन रास्ते में उन्हें रत्ती खड्ड के बहते पानी में अर्धस्नान करने के बाद ही स्कूल के दर्शन होते हैं। यदि जान जोखिम में डालकर खड्ड को पार नहीं करना है तो फिर दस किलोमीटर का चक्कर काटकर रंधाड़ा पहुंचना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर फुटब्रिज की मांग वह लंबे समय से करते आ रहे हैं लेकिन यह मांग अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। बता दें कि यह इलाका पहले बल्ह विधानसभा क्षेत्र में था। बीते चुनावों के दौरान डिलिमिटेशन के कारण अब यह इलाका सदर विधानसभा क्षेत्र में शामिल हुआ है। सैण अलाथू पंचायत की प्रधान कौरा देवी ने बताया कि पुल निर्माण का 36 लाख रुपए का एस्टीमेट तैयार करके मंजूरी के लिए सरकार को भेज दिया गया है और पैसा आते ही पुल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।  स्थानीय विधायक एवं प्रदेश सरकार में मंत्री अनिल शर्मा ने मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र भेज कर अन्य विकास कार्यों के साथ इस पुल के लिए भी 36 लाख रुपए का बजट मांगा है। बहरहाल उफनती खड्ड ने लोगों को संकट में डाल दिया है। बच्चों की फिक्र के चलते लगातार परेशानी हो रही है। खड्ड पार करते वक्त अनहोनी का ही डर सताता रहता है। लोगों ने जल्द से जल्द पुल मांगा है।

इन्हें पहुंचा नुकसान

बागी नाले की बाढ़ में जय राम और धनवती देवी की दो दुकानें बाढ़ की चपेट में आने से उन्हें भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इनमें रखा सारा सामान नष्ट हो गया है। इसके अलावा इनके दो मकान भी बाढ़ की भेंट चढ़ गए। इन मकानों में कुल नौ कमरे थे, जो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हरि सिंह, गीता नंद, राम सिंह, दिनेश, नरेश की दुकानों में भी भारी मलबा घुसने से उनमें रखा सारा सामान नष्ट हो गया है। एक डिपो में पड़ा अनाज और अन्य सामान भी तबाह हो गया है।

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