उफनती यमुना में फंसे 21 लोग बचाए

पांवटा साहिब— हिमाचल-उत्तराखंड की सीमा पर सिंघपुरा के पास यमुना नदी के टापू पर 21 लोग फंस गए। एनडीआरएफ और पुलिस ने संयुक्त आपरेशन चलाकर इन सबकों सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। इनमें चार पुरुष व छह महिलाओं समेत 11 बच्चे भी शामिल थे। ये लोग पशुओं को टापू पर चराने के लिए गए थे। इसी दौरान भारी बारिश के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ गया और वे बीच में फंस गए। जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड से कुछ गुज्जर परिवार के लोग हमेशा की तरह शुक्रवार को भी अपने पशु लेकर यमुना नदी के बीच बने टापू पर आए थे।  रात तक जब ये लोग घर नहीं पहुंचे तो इनके साथ के लोगों ने इन्हें तलाशना शुरू कर दिया। पता चलने के बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। यह टापू हिमाचल की सीमा के नजदीक है, जिस कारण सूचना मिलने पर पहले सिंघपुरा पुलिस ने लोगों को निकालने का प्रयास किया, लेकिन पानी का बहाव तेज होने पर शुक्रवार की रात को देहरादून से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। रात दो बजे से रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया जो करीब आठ घंटे तक चला। शनिवार सुबह करीब 10 बजे तक सभी 21 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। सूचना मिलने के बाद से रात को ही पांवटा के डीएसपी प्रमोद चौहान व एसडीएम पांवटा एचएस राणा भी मौके पर पहुंच गए। सिंघपुरा पुलिस चौकी से पुलिस के जवान भी बचाने के लिए मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ टीम के सब-इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। रात को आपरेशन शुरू किया गया। रात भर चले आपरेशन के बाद रेस्क्यू टीम द्वारा किश्ती व रस्सों के सहारे टापू में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।   ये सभी लोग गुज्जर समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और उत्तराखंड के विकासनगर तहसील के गांव जेहदरा, माजरी बीट, धर्मावाला तिरमली हर्बटपुर जिला देहरादून के  हैं। एसपी सिरमौर रोहित मालपानी ने मामले की पुष्टि की है।