कड़ाकी में फंसने से तेंदुए की सांसें थमीं

गगरेट की दियोली पंचायत में शिकारियों के लगाए फंदे में फंस गया बेजुबान

गगरेट— जंगली जानवरों के शिकार के लिए लगाए जा रहे ट्रैप (कड़ाकी) ने रविवार सुबह एक तेंदुए की जान ले ली। विकास खंड गगरेट की ग्राम पंचायत दियोली में जंगली जानवरों   के लिए लगाए गए ट्रैप में तेंदुए का गला फंस गया और इससे आजाद होने की जद्दोजहद में वह इतना कस गया कि उसकी सांस ही रुक गई। घटना का पता चलते ही मौके पर पहुंचे वन मंडल अधिकारी यशुराज सिंह के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने मृत तेंदुए को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए वाइल्ड लाइफ विंग हमीरपुर भेज दिया है। वन विभाग इस बाबत अज्ञात शिकारियों के विरुद्ध पुलिस थाना में मामला भी दर्ज करवाने जा रहा है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि शिकारियों द्वारा लगाए गए ट्रैप का शिकार तेंदुआ हुआ  हो। इससे पहले भी जिले में तेंदुए के ट्रैप में फंसने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। रविवार सुबह दियोली गांव में कुछ लोगों ने तेंदुए के दहाड़ने की आवाजें सुनी। इस पर कुछ लोग उस ओर गए, जहां तेंदुए के दहाड़ने की आवाजें आ रही थीं। लोगों ने देखा कि तेंदुए की गर्दन ट्रैप (कड़ाकी) में फंसी हुई है और वह इससे आजाद होने की जद्दोजहद कर रहा था। इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई, लेकिन जब तक फोरेस्ट गार्ड मौके पर पहुंचे तब तक तेंदुए की सांसें रुक चुकी थीं। मृत तेंदुआ नर था और इसकी आयु का अनुमान आठ से दस साल के बीच लगाया जा रहा है। वन मंडल अधिकारी यशुराज सिंह ने बताया कि ट्रैप निजी भूमि में लगा हुआ था और उसमें तेंदुए की गर्दन फंसने से ही उसकी मौत हुई है। उन्होंने कहा कि मृत तेंदुआ पोस्टमार्टम के लिए वाइल्ड लाइफ विंग हमीरपुर भेजा जा रहा है और पोस्टमार्टम के बाद ही इसे जलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अज्ञात शिकारियों के विरुद्ध पुलिस में मामला भी दर्ज होगा।