काम करवाने न आएं सचिवालय

चुनावी बयार में सेक्रेटेरिएट सूनी; न मंत्री, न अफसर, सभी को आचार संहिता का इंतजार

शिमला — चुनावी बयार में अब कोई अपने काम लेकर सचिवालय न आए, क्योंकि सचिवालय के गलियारे सूने हो चुके हैं। हालांकि इस सरकार में कमोबेश यह स्थिति शुरुआत से ही रही, लेकिन अब तो यहां  सन्नाटा पसर चुका है। मुख्यमंत्री सचिवालय आएं तो रौनक लग जाती है, लेकिन अब तो वह भी फील्ड में डटे हैं।  सभी लोग यहां सचिवालय में आचार संहिता लगने का इंतजार कर रहे हैं। अभी आचार संहिता लगने को कुछ दिन शेष हैं, परंतु सचिवालय में इसकी तैयारी पहले से हो चुकी है। सोमवार को सचिवालय में अपने काम लेकर लोग तो पहुंचे, लेकिन न तो मंत्री थे और न ही अफसर। सचिवालय का एलर्जली भवन जहां पर मुख्यमंत्री और मंत्री बैठते हैं, वहां पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ था। दोपहर तक यहां पर कुछ लोग अपने काम लेकर पहुंचे मगर उनकी सुनने वाला यहां कोई नहीं था। कमाबेश ऐसा ही हाल ऑर्म्सडेल भवन का भी था, जहां विभागीय सचिव बैठते हैं। इक्का-दुक्का अधिकारियों को छोड़कर शेष अधिकारी यहां पर मौजूद ही नहीं थे। कई अधिकार अवकाश पर हैं तो एक-दो अफसर विदेश प्रशिक्षण गए हैं। कई अधिकारियों के दिल्ली दौरे अभी खत्म नहीं हुए हैं। ऐसे में यहां का माहौल शांत रहा। आचार संहिता लगने के बाद इस तरह के माहौल की अपेक्षा हो सकती है, परंतु यहां तो आचार संहिता लगने का ही इंतजार हो रहा है। इससे पहले ही यहां का आलम बदल चुका है। बता दें कि पहले आईपीएच मंत्री विद्या स्टोक्स यहां इकलौती ऐसी मंत्री रही हैं, जो कि रोजाना सचिवालय में बैठतीं थीं परंतु अब वह भी फील्ड में उतर चुकी हैं, वहीं वे सीपीएस भी नहीं दिखाई दे रहे हैं जो कि यहां पहुंचते थे। कुल मिलाकर लोगों को अब अपने काम करवाने के लिए चुनाव के बाद ही आना चाहिए तभी अच्छा होगा वरना ऐसे ही भटकते रह जाएंगे।  मुख्यमंत्री अपने दौरों में व्यस्त हैं जो मंगलवार को शिमला आएंगे। शायद उनके साथ कोई मंत्री व अफसर यहां मंगलवार को पहुंच जाए, लेकिन उम्मीद कम ही है।  सचिवालय के गलियारों में अब चुनावी चर्चा शुरू हो चुकी है। जो लोग यहां मौजूद हैं वे इस पर ही चर्चा में मशगूल हैं। इनका कहना है कि अब चुनाव आचार संहिता लग जाएगी लिहाजा काम तो अब चुनाव के बाद ही होगा।