कोटखाई के घरों में सीआईडी की रेड

पुलिस थाने में भड़की हिंसा पर जांच एजेंसी की कार्रवाई

शिमला — शिमला के कोटखाई थाने में हिंसा व पथराव के दौरान मालखाने से चोरी हुए सामान को लेकर सीआईडी ने चार जगहों पर रेड की है। हालांकि इस रेड में चोरी हुए सामान की बरामदगी की कोई सूचना नहीं हुई है, लेकिन इस कार्रवाई से लोगों में हड़कंप खासा मच गया है। कोटखाई छात्रा गैंगरेप-मर्डर में भड़की हिंसा के दौरान थाने से सामान व रिकार्ड चोरी होने के मामले में सीआईडी ने जांच तेज कर दी है। जांच में थाने के मालखाने से रायफल के 18 कारतूस और कुछ अन्य सामान भी चोरी पाया गया है। थाने के मालखाने से करीब चार लाख रुपए भी गायब पाए गए हैं। जानकारी के अनुसार इसको लेकर सीआईडी की एक टीम ने कोटखाई में दबिश दी है। जांच एजेंसी ने यहां चार घरों पर सर्च-रेड की है। बताया जा रहा है कि ये वे लोग हैं, जो 19 जुलाई को हुए पथराव और आगजनी की घटना के दौरान सबसे ज्यादा सक्रिय थे। सीआईडी की टीम ने इनके घर पूरी तरह से खंगाले हैं और इनसे कड़ी पूछताछ भी की है। इस रेड के दौरान चोरी हुआ सामान सीआईडी को नहीं मिला है। जांच एजेंसी की इस कार्रवाई से लोगों में हड़कंप मच गया है। जानकारों का यह भी कहना है कि इस मामले में एक-दो और जगहों पर भी सीआईडी रेड कर सकती है, वहीं कुछ लोगों से जांच एजेंसी द्वारा पूछताछ करने की भी सूचना है। इस मामले में सीआईडी पचास से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। सीआईडी इस पूरे प्रकरण में प्रदर्शनकारियों की भूमिका की जांच कर रही है। जांच एजेंसी यह देख रही है कि किन-किन लोगों का थाने में पथराव करने और आग लगाने की घटना में हाथ रहा है। सूत्रों का यह भी कहना है कि सीआईडी के हाथ जो वीडियो फुटेज और फोटो लगे हैं, उनमें करीब सौ लोगों को इस दौरान देखा जा रहा है। छह जुलाई को कोटखाई के हलाइला के तांदी जंगल में 10वीं की छात्रा का शव बरामद किया गया था। पुलिस ने युवक के अलावा पांच मजदूरों को गिरफ्तार किया था। इनमें से दो आरोपियों राजू व नेपाली युवक सूरज को कोटखाई थाने में रखा गया था, जहां 18 जुलाई की मध्यरात्रि को आरोपी सूरज की हत्या कर दी गई। इसके बाद दूसरे दिन यहां हिंसा फैली, जिसमें पुलिस को हवाई फायरिंग तक करनी पड़ी। हिंसक प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों पर भी पत्थर फेंके गए, जिसमें करीब छह पुलिस जवान चोटिल हुए थे। कुछ लोगों ने थाने में घुसकर वहां रखे दस्तावेजों को भी आग के हवाले कर दिया। थाने में रखे फर्नीचर व कम्प्यूटरों में आग लगा दी गई। मालखाने जब्त की गई शराब की बोतलों को भी शरारती तत्त्वों द्वारा फोड़ा गया। इस मालखाने में कई केसों से संबंधित सामान भी गायब पाया गया है। 18 कारतूस व अन्य सामान भी गायब पाया गया है।

लोगों को नामजद करने की तैयारी

जांच एजंसी ने करीब चार लाख की राशि भी यहां से गायब पाई है। थाने में कुछ लोगों ने केसों का रिकार्ड नष्ट कर दिया। इनमें कुछ लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले भी शामिल थे। जांच एजेंसी की जांच में सामने आया है कि कुछ लोगों ने इस नाजुक स्थिति का फायदा उठाकर थाने का रिकार्ड जानबूझकर नष्ट किया। सीआईडी के हाथ सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो और फोटो लगे हैं, इनमें इस घटना को अंजाम देने वालों की पड़ताल हो रही है। कई लोगों की पहचान भी कर दी गई है और बाकी आरोपियों की पहचान भी की जा रही है। जांच एजेंसी उन सभी लोगों को नामजद करने की तैयारी में है, जो कि इस हिंसा में शामिल पाए गए हैं।

डीएसपी का हर्निया का आपरेशन

कोटखाई मामले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार डीएसपी मनोज जोशी का शुक्रवार को आईजीएसी में हर्निया का आपरेशन किया गया। अभी कई दिन तक वह अस्पताल में रहेंगे। आईजी जहूर जैदी अभी भी अस्पताल में दाखिल हैं। जैदी अभी भी अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं। जैदी दो हफ्ते से अधिक समय से आईजीएमसी में हैं।