चार बार फिल्म फेयर अवार्ड

बालीवुड की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री शबाना आजमी उन अभिनेत्रियों में  शामिल हैं, जिन्होंने कला फिल्मों के साथ व्यावसायिक फिल्मों में भी अपनी विशेष पहचान बनाई है। 18 सितंबर, 1950 को जन्मी शबाना के पिता कैफी आजमी मशहूर शायर और गीतकार थे, जबकि मां शौकत आजमी रंगमंच की जानी-मानी अभिनेत्री थीं। वह अभिनेत्री बनने के लिए 1973 में मुंबई आ गईं। यहां उनकी मुलाकात निर्माता-निर्देशक ख्वाजा अहमद अब्बास से हुई, जिन्होंने उन्हें अपनी फिल्म ‘फासले’ में काम करने का प्रस्ताव किया। 1984 में शबाना आजमी की मृणाल सेन निर्देशित फिल्म ‘खंडहर’ और 1985 में गौतम घोष निर्देशित फिल्म ‘पार’ प्रदर्शित हुई। इन दोनों ही फिल्मों के लिए वह सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित की गईं। शबाना आजमी अभिनय के अलावा सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाती रही हैं। वह कई कल्याणकारी संगठनों में सदस्य के रूप में जुड़ी है। शबाना आजमी चार बार फिल्म फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित की गई हैं। 2006 में वह पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित की गईं। शबाना आजमी ने अपने तीन दशक लंबे  सिने करियर में लगभग 130 फिल्मों में अभिनय किया है।