जाखू मंदिर में लगेगा पत्थर स्लेट

शिमला  —  पर्यटक नगरी शिमला के प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटक स्थल जाखू मंदिर का अब सौंदर्यीकरण होगा। मंदिर को पहाड़ी शैली में सजाने और यहां आने वाले पर्यटकों को हिमाचली शैली से रू-ब-रू करवाने के लिए मंदिर का कायाकल्प किया जा रहा है। मंदिर के इस सौंदर्यीकरण के कार्य की आधारशिला मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने रखी। सुबह मंदिर में पहुंच कर पूजा-अर्चना के साथ ही मुख्यमंत्री ने इस कार्य का शुभांरभ करने की आधारशिला भी रखी। मंदिर का एक करोड़ 32 लाख की लागत से सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसके तहत मंदिर के प्रवेश द्वार के साथ ही परिसर का भी कायाकल्प किया जाएगा। मंदिर के पूरे पुराने परिसर का कायाकल्प इस कार्य के तहत किया जाएगा। परिसर में लगी टाइलों को निकाल कर यहां पर पहाड़ी शैली का पत्थर स्लेट बिछाई जाएगी, जो लाल पत्थर परिसर में लगाया गया है वह खराब हो चुका है ,जिसके स्थान पर अब पहाड़ी पत्थर यहां लगाया जा रहा है। परिसर में मंदिर के प्रांगण को समतल किया जाएगा। मंदिर के मुख्य द्वारा का निर्माण कार्य भी पहाड़ी शैली में किया जाएगा। इसकी नक्काशी का कार्य भी मंदिर में हिमाचली पत्थरों और लकड़ी से किया जाएगा। यह मुख्य द्वार पूरी तरह से पहाड़़ी शैली में बना कर तैयार किया जाएगा। मंदिर के कायाकल्प कार्यक्रम के शिलान्यास के अवसर मंदिर कमेटी के अधिकारी और अन्य लोग भी उपास्थित रहे। मंदिर कमेटी के सदस्यों का कहना है कि मंदिर परिसर के कायाकल्प के लिए पूरी योजना तैयार कर ली गई है।

औषधीय पौधों से महकेगा हनुमान परिसर

परिसर में इसके अलावा औषधीय पौधे और अन्य पौधे भी लगाए जाएंगे ,जिससे की  परिसर का सौंदर्य बढ़ सके। मंदिर में किए जा रहे कार्य के तहत मंदिर आने श्रद्धालुओं के लिए भी अन्य मूलभुत  सुविधाओं का सजृन भी किया जाएगा।

मुख्य आकर्षण का केंद्र है जाखू मंदिर

शिमला के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जाखू में पर्यटक और स्थानीय लोग भारी संख्या में पहुंचते हैं। ऊंची पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है। मंदिर में भगवान हनुमान के दर्शन करने के  साथ ही यहां पर्यटन के नजारों का आंनद लेते हैं। ऐसे में अब  इसे और आकर्षक बनाने के लिए मंदिर का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।