जिम्मेदारी से काम करें राजस्व अधिकारी

नई दिल्ली— राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को कहा कि देश में व्यापार और निवेश की अपार संभावनाओं को देखते हुए राजस्व अधिकारियों की जिम्मेदारी काफी अहम है और उन पर आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा धोखाधड़ी को रोकने के महत्त्वपूर्ण लक्ष्यों को पूरा करने का दायित्व है। श्री कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क एवं केंद्रीय राजस्व) के प्रशिक्षु अधिकारियों के 67वें बैच के एक ग्रुप को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण के कार्य के लिए राजस्व संग्रहण महत्त्वपूर्ण है। अधिकारी जो राजस्व एकत्र करते हैं, उसका इस्तेमाल देश के विकास के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि कर एकत्र करने की प्रक्रिया सुचारू होनी चाहिए और करदाताओं के लिए परेशानी कम से कम होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों सलाह देते हुए कहा कि उन्हें अर्थशास्त्र में चाणक्य ने जो कहा था, उसे याद रखना चाहिए कि एक सरकार को उसी तरह कर एकत्र करना चाहिए, जिस तरह मधुमक्खी शहद इकट्ठा करती है। मधुमक्खी उतना ही शहद एकत्र करती है, जितना फूल और उसके जीवन के लिए जरूरी है।