तीन साल से सियासत की गोद में सिसक रही हरोली ट्रिप्पल आईटी

By: Sep 19th, 2017 12:15 am

newsऊना— हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के लिए 128 करोड़ रुपए की लागत से स्वीकृत भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिप्पल आईटी) का निर्माण कार्य दूर की कौड़ी साबित हो रहा है। ट्रिप्पल आईटी की स्थापना के लिए मौजूदा प्रदेश सरकार ने हरोली विधानसभा क्षेत्र के तहत सलोह गांव में 60 एकड़ भूमि भी स्वीकृत की, वहीं 2014 में प्रदेश सरकार में उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने लोकसभा चुनावों की घोषणा से ऐन पहले खुद ही इसका शिलान्यास भी कर दिया था, लेकिन साढे़ तीन साल बीत जाने के बाद भी सलोह में ट्रिप्पल आईटी के निर्माण के नाम पर चारदीवारी बनाने का कार्य चल रहा है, जबकि ट्रिप्पल आईटी की कक्षाएं हमीरपुर जिला में एनआईटी में चल रही हैं। प्रदेश में सीयू व एम्स की तरह ट्रिप्पल आईटी की स्थापना को लेकर भी भाजपा व कांग्रेस में जबरदस्त द्वंद चल रहा है। जिला के लिए यह अभी तक का सबसे बड़ा संस्थान स्वीकृत हुआ था, जिससे ऊना की सामाजिक व आर्थिक स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव आना तय था, लेकिन राजनीतिक कशमकश के बीच यह प्रोजेक्ट भी लटक कर रह गया है। प्रदेश में पूर्व धूमल सरकार के 2008-12 के कार्यकाल में तत्कालीन यूपीए सरकार ने हिमाचल प्रदेश के लिए ट्रिप्पल आईटी संस्थान स्वीकृत किया था, जिसे तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने ऊना जिला में खोलने की घोषणा की थी तथा कुटलैहड़ के लमलैहड़ी में इसे स्थापित करने की सैद्धांतिक सहमति भी दी थी, लेकिन नवंबर, 2012 में हुए विधानसभा चुनावों में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ तथा राज्य में कांग्रेस की सरकार बन गई। इसके बाद जिला ऊना से उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने इसे लमलैहड़ी से अपने विस क्षेत्र के तहत सलोह में शिफ्ट करवाते हुए बागबानी विभाग की करीब 60 एकड़ जमीन ट्रिप्पल आईटी के लिए मंजूर की, जिसमें सलोह में बागबानी विभाग की खोली नर्सरी को भी वहां से शिफ्ट कर हरोली के ही बालीवाल में खोलने की मंजूरी दी गई। वर्ष 2014 में लोकसभा चुनावों के बाद देश में सत्ता परिवर्तन हुआ और केंद्र में एनडीए की सरकार बनी, जिसके बाद शिक्षण संस्थान के भवन निर्माण का कार्य एक बार फिर खटाई में पड़ गया।

बन रहे 340 इंजीनियर

एनआईटी हमीरपुर में चल रही ट्रिप्पल आईटी में तीन ट्रेडों की कक्षाएं चल रही हैं, जिसमें 340 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन, कम्प्यूटर साइंस तथा आईटी के ट्रेड चल रहे हैं। कम्प्यूटर साइंस व इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन में 60-60 सीटें स्वीकृत हैं, जबकि आईटी में 40 सीटें।

हमीरपुर में कक्षाएं

वर्ष 2014 से ट्रिप्पल आईटी की कक्षाएं एनआईटी हमीरपुर में शुरू की गईं। अभी फर्स्ट बैच के विद्यार्थियों का फाइनल ईयर चल रहा है। इस संस्थान में देश के अलग-अलग राज्यों से दो हजार के करीब विद्यार्थियों ने शिक्षा ग्रहण करने आना था, वहीं 500 के लगभग उच्च शिक्षित-प्रशिक्षित टीचिंग व नॉन-टीचिंग स्टाफ की भी तैनाती होनी थी। इससे न केवल ऊना जिला में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठना था, बल्कि आर्थिक व सामाजिक परिस्थितियों में भी क्रांतिकारी बदलाव आना तय था।


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