तूफान में फंसी बोट

थानाकलां —  बिहडू घाट से लठियाणी जा रही मोटर बोट तूफान की चपेट में आ गई। तूफान के चलते बोट हिलोरे मारने लगी। जिससे बोट में सवार लोग सहम गए। हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ ओर बोट सुरक्षित किनारे तक पहुंच गई। लेकिन बोट में कोई सुरक्षा उपकरण न होने से यात्री जब तक किनारे नहीं पहुंचे सहमे रहे। जानकारी अनुसार गत दिवस साढे तीन बजे बिहडू घाट से लठियाणी के लिए मोटर बोट चली। जिसमें करीब 20 लोग सवार थे। बोट जब किनारे पहुंचने वाली थी, तो कुछ ही दूरी पीछे बोट तूफान की चपेट में आ गई, जिससे बोट डगमगाने लगी। उक्त भयावह दृश्यों को देख बोट में बैठे सभी बच्चे, महिलाएं, पुरुष व बुजुर्ग सहम से गए। सभी सहमे लोग आंखे मूंद भगवान को याद करने लग पड़े। काफी समय बाद जब तूफान थमा तो बोट चालक ने बोट को किनारे पहुंचाया। किनारे पहुंच सभी ने राहत की सांस ली। गनीमत यह रही कि बोट सुरक्षित किनारे पर पहुंच गई अन्यथा बोट में कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं होने के चलते एक बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। गौरतबल है कि मंदली-बिहडू-लठियाणी घाट पर चलने वाली बोटें विभागीय नियमों को दरकिनार कर रही है। उक्त बोटों में लाईफ जैकेटस के अलावा अन्य सुरक्षा उपकरण नहीं है। ऐसे में अगर कोई हादसा हो जाता है, तो यात्रियों का भगवान ही रखवाला होगा। हालांकि लोगों ने उक्त मामले को कई दफा प्रशासन व संबंधित विभाग के समक्ष उठाया है, लेकिन आज दिन तक भी बोटों में सुरक्षा उपकरणों का इंतजाम नहीं हो पाया है। यहीं नहीं बोट चालक अपना मुनाफा देखते हुए बोटों पर अधिक सवारियां बिठा रहे है। अन्य साधन न होने के चलते लोगों को भी मजबूर जान हथेली पर रखकर यात्रा करनी पड़ रही है।

मुनाफे के चक्कर में हादसों को दे रहे न्यौता

रविवार के दिन बाबा गरीब नाथ मंदिर को सैकड़ों की संख्या में भक्त आते है। अधिकतर बोट के जरिये ही मंदिर पहुंचे हैं। ऐसे में बोट चालक अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में सैकड़ों लोगों को बोट में बिठाकर हादसों को न्यौता दे रहे हैं।