नड्डा का दिया दफ्तर बंद

बिलासपुर में मुख्य अरण्यपाल के कार्यालय के लिए अधिसूचना जारी

बिलासपुर –  प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल में वन मंत्री रहे जेपी नड्डा की बिलासपुर की जनता के लिए देन अग्नि एवं वन सुरक्षा विभाग मुख्य अरण्यपाल का कार्यालय बंद कर दिया गया है। यह कार्यालय शिमला से ही काम देखेगा। विभाग ने स्टाफ भी शिमला व अन्य जगह स्थानांतरित कर एडस्ट कर दिया है। कार्यालय शिमला ट्रांसफर किए जाने की अतिरिक्त प्रधान सचिव के माध्यम से बाकायदा नोटिफिकेशन भी जारी हो गई है। इससे कांगे्रस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं। भाजपा नेता एवं किसान मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य रूप लाल ठाकुर ने गुरुवार को इस कार्यालय के बंद किए जाने को लेकर गहरा रोष व्यक्त करते हुए सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए। यह कार्यालय वर्ष 2008 में बिलासपुर में खोला गया था, जिससे बिलासपुर की जनता को इसका भरपूर लाभ मिला थौ। भाजपा सरकार के समय में कोई भी आफिस बंद नहीं किया गया था, बल्कि जो कार्यालय बिलासपुर में नहीं थे, भाजपा ने वे सभी आफिस बिलासपुर की जनता को दिए। कांग्रेस लोगों को सुविधा देना तो दूर की बात है, लेकिन जो कार्यालय धूमल सरकार व वन मंत्री जेपी नड्डा द्वारा खोले गए थे, उन्हें भी बंद करवा दिया गया। उन्होंने कहा कि 2011 में निरीक्षण टीम आफिसर का भी कुछ दिनों पहले तबादला कर दिया गया। जब से इन कार्यालयों का स्थानांतरण किया गया, तब से बिलासपुर में वन माफिया का राज हो गया है, जिससे बिलासपुर में एक खौफ की स्थिति पैदा हो गई थी। उन्होंने  सरकार से मांग की है कि जल्द ही अग्नि एवं वन सुरक्षा विभाग सूचना रद्द कर दी जाए।