नाहन कालेज को 54 साल बाद अपना भवन

नाहन —  प्रदेश के सबसे पुराने कालेजों में से एक सिरमौर जिला के मुख्यालय नाहन स्थित डा. वाईएस परमार स्नातकोत्तर महाविद्यालय नाहन को आखिरकार स्थापना के 54 वर्ष बाद आज सोमवार को अपना भवन नसीव होगा। करीब 54 वर्षों के लंबे इतिहास के बाद स्नातकोत्तर महाविद्यालय नाहन के छात्रों व अध्यापक वर्ग में जहां खुशी की लहर है, वहीं सिरमौर के लोगों के लिए भी यह गौरव का विषय है कि आखिरकार प्रदेश के सबसे पुराने कालेजों में शुमार डा. वाईएस परमार पीजी कालेज नाहन को अब किराए के छोटे भवन से छुटकारा मिलेगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह आज महाविद्यालय के भवन का उदघाटन कर इसे सिरमौर को सौंपेंगे। सिरमौर के लिए यह भी गौरव की बात है कि प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने नाहन महाविद्यालय का नामकरण हिमाचल निर्माता डा. वाईएस परमार के नाम गत वर्ष शिलान्यास के दौरान करने की घोषणा की थी। करीब 25 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले इस भवन की खासियत यह है कि लोक निर्माण विभाग को इसे तैयार करने के लिए 18 माह का समय दिया गया था, परंतु विभाग ने इस भवन को युद्ध स्तर पर कार्य का अमलीजामा पहनाते हुए इसे 18 माह की वजाय 14 माह में ही तैयार करवा दिया है। महाविद्यालय का नया भवन बेहद ही आकर्षक शैली में तीन ब्लॉक में बना है। प्रशासनिक ब्लॉक के अलावा साइंस व आर्ट्स ब्लॉक अलग-अलग बनाए गए हैं। इसके अलावा एक परीक्षा हॉल व एक बड़ा ओपन राउंड थियेटर भी तैयार किया गया है। नए भवन में 18 क्लास रूम के अलावा अलग-अलग विषयों की प्रयोगशालाएं व प्रशासनिक भवन को आकर्षक रूप प्रदान किया गया है। भवन के साथ ही एक बड़ा 45 वाई 65 मीटर का एक मैदान भी तैयार किया जा रहा है। भवन के निर्माण में लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता ईं. अनिल शर्मा के अलावा सहायक अभियंता दलवीर राणा व अतिरिक्त एई आलोक जनवेजा की टीम ने तकनीकी बारीकियों पर नजर रखी। भवन यशवंत विहार की छोटी पहाड़ी पर बनाया गया है।