पशु हेल्पलाइन

गाभिन पशु के दें पर्याप्त आहार

मेरी भैंस का नौ महीने दो दिन में गर्भपात हो गया है। उसके दो बच्चे-एक कट्टा व एक कट्टी मरी हुई पैदा हुए। पिछले चार दिनों में उसे दस इंजेक्शन लगावाए, परंतु उसका खाना-पीना शुरू नहीं हुआ है। दूध भी

केवल दिन का आधा व एक लीटर दे रही है। क्या करें?

– कैप्टन भगत राम, हमीरपुर

ऐसा प्रतीत होता है कि आपका पशु नकारात्मक ऊर्जा संतुलन (नेगेटिव एनर्जी बैलेंस) में चला गया है। इसका मतलब है कि प्रसूति से पूर्व आपके पशु को जितनी ऊर्जा की जरूरत थी वह उसे नहीं मिल पाई है। इस वजह से आपका पशु कमजोर हो गया व उसका गर्भपात भी हो गया और वह अब खा-पी नहीं रहा है। अभी आप उसे पेट के कीड़ों की दवाई दें।

-10-15 बोतलें 5डी/एनएसएस की तीन-चार दिन चढ़वाएं या तब तक चढ़वाएं जब तक वह खाना-पीना शुरू न कर दे।

-गोली बायोबस्ट दो गोली सुबह व दो गोली शाम को पांच-छह दिन खिलाएं। आप उसे मलेड़ा/जिसन 15 ग्राम व गुड़ 50 ग्राम मिलाकर दिन में तीन-चार दिन खिलाएं।

-खनिज मिश्रण 50 ग्राम प्रतिदिन ताउम्र खिलाएं।

जहां तक दूध की बात है, आप लोगों को बताया जाता है कि प्रसूति से 45-60 दिन पहले पशु का दूध सुखा देना चाहिए। यह इसलिए बोलते हैं कि इस दौरान ऊहल/लेवे का विकास हो, ताकि अगली प्रसूति में आपका पशु अच्छा दूध दे, परंतु आपकी भैंस की प्रसूति से एक महीने पहले ही गर्भपात हो गया है। इसलिए उसके ऊहल का पर्याप्त विकास नहीं हो सका है। इस ब्यांत में आपकी भैंस इतना दूध नहीं देगी जितना उसने पिछले ब्यांत में दिया था। हां, जब इसका खाना-पीना ठीक हो जाएगा तब इसका दूध अवश्य बढ़ेगा। आगे इस बात का ध्यान रखें कि जब भी आपके पशु का कृत्रिम गर्भाधान होता है और परीक्षण करवाने पर वह गाभिन निकलती है तो आप अपने पशु चिकित्सा अधिकारी से मिलकर उसके खाने के बारे में अवश्य सलाह लें। आपके पशु के पेट में बच्चा पल रहा है इसलिए उसकी (मां) की जरूरतें बढ़ जाती हैं। ये जरूरतें अतिरिक्त पशु आहार/फीड द्वारा पूरी की जाती हैं।  अगर मां की ये जरूरतें किसी कारणवश पूरी न हो सके तो पशु नकारात्मक ऊर्जा संतुलन में चला जाता है, जिसकी वजह से प्रसूति से पहले पशु बैठ सकता है।

– प्रसूति से पहले पशु खाना-पीना छोड़ सकता है।

– उसका गर्भपात हो सकता है।

– उसको प्रसूति के वक्त तकलीफ हो सकती है।

– उसको जेर अटक सकती है।

– प्रसूति के बाद पशु बैठ सकता है।

– प्रसूति के बाद आपका पशु खाना-पीना छोड़ सकता है।

– प्रसूति के बाद उसका खाना-पीना ठीक हो परंतु वह बहुत कम दूध दे या बिलकुल दूध न दे।

– कई बार यह भी देखा गया है कि नकारात्मक ऊर्जा संतुलन का प्रभाव प्रसूति से छह-दस हफ्ते बाद देखा जाता है, जिसमें पशु बैठ जाता है व गर्दन पर भार नहीं लेता है। इलाज करवाने के बाद व कैल्शियम चढ़वाने के बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं होता है व अंततः पशु की मृत्यु हो जाती है।

डा. मुकुल कायस्थ वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, उपमंडलीय पशु चिकित्सालय पद्धर(मंडी)

फोनः 94181-61948

नोट : हेल्पलाइन में दिए गए उत्तर मात्र सलाह हैं।

Email: mukul_kaistha@yahoo.co.in