पालमपुर से हिमाचली ‘सत्ते पे सत्ता’ का आगाज

‘दिव्य हिमाचल’ के लाइव शो में भाजपा-कांग्रेस में खुली बहस, सवाल-जवाबों की बौछार

पालमपुर— न चुनावों की घोषणा, न प्रत्याशियों का ऐलान, न कोई प्रधानमंत्री न मुख्यमंत्री। इसके बावजूद पालमपुर के गांधी ग्राउंड में ‘दिव्य हिमाचल’ के ‘सत्ते पे सत्ता’ लाइव शो ने जो समां बांधा, उससे विशुद्ध हिमाचली टीवी शो को एक नया आयाम मिला। खुले मंच पर राजनीतिक बहस और उसमें उठे स्थानीय से लेकर प्रादेशिक मुद्दों ने अमरीका के राष्ट्रपति चुनाव की बहस को भी फीका कर दिया। दोपहर बाद चार बजे शुरू हुआ कार्यक्रम 90 मिनट तक अपने स्तर को लेकर सबको चौंकाने वाला था। न गांधी ग्राउंड में तिल धरने की जगह थी, न ही कोई हिलने को तैयार था। हिमाचल के इतिहास की यह पहली राजनीतिक लाइव बेहस थी, लेकिन युवाओं के उत्साह ने इसे न केवल गरिमामय बनाया, बल्कि यह भी साबित किया कि अगर भागीदारी का मौका मिले, तो वे किसी से भी पीछे रहने वाले नहीं हैं। बुद्धिजीवियों के प्रश्न और विभिन्न दलों के कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बनता था। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हेमांशु मिश्रा, कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष त्रिलोक चंद व कांग्रेस अनुसूचित जनजाति विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष बेनी प्रसाद पहली बार एक मंच पर जनता के समक्ष थे। विशेषज्ञों, आम जनता व ‘दिव्य हिमाचल’ के प्रश्नों की बौछारों और उस पर नेताओं के उत्तरों ने जनता को खूब उत्साहित किया। जनता की भागीदारी, ठहाकों और नारों की गूंज ने समूचे पालमपुर को अपने घरों से निकल कर गांधी ग्राउंड की ओर दौड़ने को मजबूर कर दिया। प्रश्नों के तीखेपन ने कई बार नेताओं को सकते में डाला, पर कुछ उत्तरों ने जनता को लाजवाब भी किया। जनप्रतिनिधियों के एक-दूसरे पर तीखे वार से कार्यकर्ता उग्र भी होते नजर आए। हर कोई एक-दूसरे की कलई खोलने को बेताव था। बिजली, पानी, सड़क, रोजगार, रज्जुमार्ग, भ्रष्टाचार और चुनावी शगूफे नेताओं को दिन में तारे दिखाते नजर आए।