फेड के कदमों से तय होगी बाजार की चाल

मुंबई- वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में आई तेजी और घरेलू स्तर पर फार्मा और ऑटो समूहों की कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बीते सप्ताह बीएसई का सेंसेक्स 1.85 प्रतिशत यानी 585.09 अंक की छलांग लगाकर 32272.61 अंक पर पहुंच गया। आने वाले सप्ताह में निवेशकों का रुख काफी हद तक अमरीकी फेडरल  रिजर्व की ओपन मार्किट कमेटी के ब्याज पर फैसले पर निर्भर करेगा। खास बात यह रही कि सप्ताह के सभी पांच दिन सेंसेक्स में तेजी रही। हालांकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी दो दिन गिरावट में भी रहा। निफ्टी 1.52 प्रतिशत यानी 150.60 अंक चढ़कर सप्ताहांत पर 10085.40 अंक पर रहा। मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी तेजी रही। बीएसई का मिडकैप 1.38 प्रतिशत यानी 150.60 अंक चढ़कर 15,972.74 अंक पर और स्मॉलकैप 2.22 प्रतिशत यानी 362.56 अंक चढ़कर 16,687.76 अंक पर पहुंच गया। आने वाले सप्ताह में 19 और 20 सितंबर को अमरीकी फेडरल रिजर्व की ओपन मार्केट कमेटी की बैठक होनी है। इस बैठक में ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने की संभावना को लेकर संशय बरकरार है। गत सप्ताह आए अमरीकी अर्थव्यवस्था के कुछ आंकड़े सकारात्मक और कुछ नकारात्मक हैं। एक तरफ जहाँ खुदरा महंगाई बढ़ी है, वहीं दूसरी ओर खुदरा बिक्री में उम्मीद से अधिक गिरावट दर्ज की गई है। साथ ही जनवरी के बाद पहली बार अगस्त में औद्योगिक उत्पादन में कमी आई है। ब्याज दर पर फेड के रुख का असर घरेलू शेयर बाजारों पर भी दिख सकता है। सोमवार को वैश्विक स्तर से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच पूंजीगत वस्तुओं, बिजली और यूटिलिटीज समूहों के शेयरों में दमदार लिवाली से सेंसेक्स 194.64 अंक उछलकर 31,882.16 अंक पर पहुंच गया। सप्ताहांत पर शुक्रवार को सेंसेक्स 30.68 अंक की बढ़त लेकर 32272.61 अंक पर और निफ्टी 1.20 अंक की मामूली गिरावट के साथ 10085.40 अंक पर रहा।