बदहाल बस अड्डा कर रहा स्वागत

पांवटा साहिब —  प्रदेश की सीमा से सटा पांवटा नगर का एकमात्र पुराने बस अड्डे की दुर्दशा अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों को प्रदेश के खोखले विकास के दावे प्रदर्शित कर रहा है जो प्रदेश सरकार व परिवहन निगम के लिए शर्म की बात है। हल्की सी बारिश होने पर बस अड्डा कीचड़ से लबालब हो जाता है। जहां देखो उखड़े फर्श में पड़े गड्ढे कीचड़ से भरे पड़े रहते हैं। यात्रियों का आना जाना दुभर हो गया है, परंतु निगम है कि सुध नहीं ले रहा है। अब सोमवार को जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पांवटा साहिब आ रहे हैं तो ऐसे में स्थानीय लोगों को आस सी जग गई है कि वह इस बस अड्डे की हालत स्वयं देखेंगे व इसका उद्दार करेंगे। जानकारी के मुताबिक पिछले काफी अरसे से मरम्मत की बाट जोह रहा पांवटा बस अड्डे की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। बस अड्डा भवन तो जर्जर हो ही चुका है शौचालयों की हालत भी ठीक नहीं है। शौचालयों की गंदगी के कारण लोग खुले में ही शौच करते हैं। अब जबकि भारत विकास परिषद ने 10 लाख रुपए खर्च कर सुलभ शौचालय और स्नानागार बनाए हैं तो उनके लिए भी सीवरेज का कनेक्शन नहीं मिल रहा है। दरअसल पांवटा बस अड्डे की हालत बहुत खस्ता हो चुकी है और पांवटा की जनता को सीएम के दौरे से उम्मीद जगी है कि वह इस बस अड्डे की हालत सुधारने के लिए बजट की व्यवस्था करेंगे।