बुलेट ट्रेन का शिलान्यास तो एम्स का क्यों नहीं!

बिलासपुर- एम्स के शिलान्यास को लेकर केंद्र सरकार के रुख पर जागो बिलासपुर मंच ने अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को घेरा है। मंच का कहना है कि प्रधानमंत्री जब महज चार घंटे में नोटबंदी का फैसला ले सकते है। बिना भूमि व बिना डीपीआर और बिना भूमि पूजन के बुलेट ट्रेन का शिलान्यास कर सकते हैं तो बिलासपुर के कोठीपुरा में एम्स का शिलान्यास क्यों नहीं कर सकते, जबकि प्रदेश सरकार द्वारा भूमि हस्तांतरण की सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गई हैं। सोमवार को क्रमिक अनशन के 13वें दिन विभिन्न पंचायतों व महिला मंडलों द्वारा अनशन को दिए गए समर्थन के बाद मंच के प्रवक्ता केश पठानिया ने यह बात कही। 13वें दिन बैरी सुधार मंच के प्रतिनिधि प्रवीण ठाकुर, विक्रांत चंदेल, कपिल शर्मा, राकेश कुमार व भरतभूषण अनशन पर बैठे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा एम्स के निर्माण के लिए भूमि संबंधी लगभग सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं, लेकिन इसके बावजूद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री इसका ठीकरा प्रदेश सरकार के सिर फोड़ने में लगे हुए हैं। हैरानी की बात है सांसद अनुराग ठाकुर ने तो इस मामले में बिलासपुर के लोगों से सौदा ही कर लिया है। अनुराग ठाकुर कहते हैं कि भाजपा को वोट दो और छह महीने में एम्स लो, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री ने तो बिलासपुर का सफाया ही कर दिया है। उन्होंने कहा कि एम्स के शिलान्यास को लेकर जागो बिलासपुर मंच द्वारा शुरू किए गए आंदोलन को बिलासपुर की जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। सोमवार को महिला मंडल छड़ोल की कलावती, नोआ की अमृति देवी व सुषमा, दनोह के जगदीश ठाकुर, धरोट के रामपाल ठाकुर, ब्रह्मपुखर के मुकेश नड्डा, देलग से न्यू टैक्सी यूनियन के सोनू ने आंदोलन को अपना समर्थन देने का ऐलान किया। इससे पहले नीलम शास्त्री, सूबेदार बलवंत सिंह व अमृति देवी ने जिला सामाजिक न्याय मंच के पदाधिकारियों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया। इस मौके पर बिलासपुर व्यापार मंडल के पदाधिकारी सुरेंद्र गुप्ता, तरुण टाडू व डा. तेज प्रताप पांडे ने भी एम्स के नाम पर हो रही राजनीति के लिए नेताओं पर खूब तंज कसे। उन्होंने कहा कि बिलासपुर की गिरती अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए एम्स का बड़ा योगदान रहेगा।