बेटी के लिए खटखटाया हाई कोर्ट का दरवाजा

धर्मशाला – जिला कांगड़ा के  रैत के समीपवर्ती मकरोटी गांव के मनोहर लाल ने प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से अपनी बेटी की तलाश करवाने की गुहार लगाई है। जुलाई, 2016 से गायब बेटी की तलाश में पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई से असंतुष्ट बुजुर्ग ने मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है। सोमवार को मनोहर लाल ने इस संबंध में एक ज्ञापन उपायुक्त कांगड़ा के माध्यम से प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भेजा है।  80 वर्षीय बुजुर्ग मनोहर लाल पंचायत प्रतिनिधियों, घृत बाहती चाहंग महासभा के प्रतिनिधियों और ग्रामीणों के साथ उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मुख्य न्यायाधीश को एक पत्र प्रेषित किया। मकरोटी पंचायत के प्रधान अजय कुमार ने बताया कि मनोहर लाल की बेटी शारदा की शादी वर्ष 2001 में विनय कुमार निवासी ठानपुरी नगरोटा बगवां से हुई थी। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष बाद पति-पत्नी में कुछ अनबन हो गई और शारदा मकरोटी स्थित अपने मायके चली आई। उन्होंने बताया कि पति-पत्नी का केस कांगड़ा की अदालत में चल रहा है। शारदा के दो बच्चे भी हैं, जो कि उसके पति के पास ही रहते हैं। उन्होंने बताया कि 27 जुलाई, 2016 को शारदा को फोन आया कि उसके बच्चे नगरोटा में विधायक के जन्मदिन पर लगने वाले बाल मेले में जा रहे हैं, जिसके चलते शारदा भी अपने बच्चों से मिलने चली गई। वह पहले भी बच्चों से मिलने जाती थी और वहां पर रिश्तेदारों के घर रहकर दो या तीन दिन बाद वापस लौट आती थी। उन्होंने बताया कि 27 जुलाई, 2016 को शारदा अपने बच्चों से मिली, लेकिन उसके बाद आज दिन तक घर वापस नहीं लौटी। मनोहर लाल ने अपने स्तर पर उसे बहुत खोजा, लेकिन कहीं पता नहीं चल पाया।  थक हार कर 11 अगस्त, 2016 को गुमशुदगी की शिकायत पुलिस थाना नगरोटा बगवां में दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि कई दिनों तक मामले में प्रगति न होता देख मनोहर लाल ने सीएम को पत्र लिखकर मामले की जांच की गुहार लगाई। सीएम ने 25 नवंबर, 2016 को एसपी कांगड़ा को मामले की छानबीन के निर्देश दिए थे ।