महिला मुलाजिमों ने लगाया फंदा

बिलासपुर  —  जोनल अस्पताल बिलासपुर में फिज्योथैरेपिस्ट पद पर कार्यरत एक डाक्टर ने फंदा लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली।  हालांकि अभी तक फंदा लगाने के मुख्य कारण पता नहीं लग पाया है, लेकिन पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। डाकटर द्वारा उठाए गए इस कदम से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार डाक्टर की पहचान ज्योति ठाकुर पुत्री राम चंद ठाकुर निवासी हमीरपुर के रूप में हुई है। युवती पिछले पांच वर्षों से बिलासपुर शहर के रौड़ा सेक्टर में किराए के मकान में अकेली रहती थी। वह क्षेत्रीय अस्तपाल बिलासपुर में बतौर फिज्योथैरिपिस्ट कार्यरत थी। मंगलवार शाम को रोजाना की तरह अस्पताल से अपना काम खत्म करके युवती किराए के मकान में पहुंची, लेकिन बुधवार सुबह जब 10 बजे तक वह नहीं उठी, तो साथ के कमरे में रह रहे मकान मालिक को शंका हुई। मकान मालिक की पत्नी ने युवती का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला, जिस पर उन्होंने इसकी सूचना सदर पुलिस थाना में दी। साथ ही इसके बारे में वार्ड पार्षद को भी जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खोला गया, तो युवती पंखे से फंदा लगाकर लटकी हुई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। मकान मालिक के मुताबिक वह किसी से अधिक बात नहीं करती थी। युवती द्वारा फंदा लगाने के कारणों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया गया है। उधर, सदर पुलिस थाना के प्रभारी रामदास ने बताया कि पुलिस मामले की गहनता की छानबीन कर रही है।