राष्ट्रपति ने नवाजीं लेखिका कंचन शर्मा

‘भारत एक विमर्श’ के लिए दिल्ली में मिला ‘राजभाषा गौरव’ सम्मान

शिमला – शिमला की लेखिका कंचन शर्मा को दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा ‘राजभाषा गौरव’ सम्मान प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उन्हें हिंदी में मौलिक लेखन के लिए उनकी लिखी पुस्तक ‘भारत एक विमर्श’ के लिए प्रदान किया गया। पुरस्कार में प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह के साथ एक लाख 25 हजार रुपए की राशि भी दी गई। सम्मान समारोह गृह मंत्री  राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुआ। इसके साथ ही गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर एवं गृह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू भी उपस्थित थे। पुस्तक की प्रशंसा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि देश के वर्तमान संदर्भ में पुस्तक प्रासंगिक, उपयोगी एवं तार्किक है’। गौरतलब है कि पुस्तक ‘भारत एक विमर्श’ समसामयिक विषयों पर आधारित है। पुस्तक में आज के संदर्भ में हर पहलू पर प्रकाश डाला गया है। ज्ञान-विज्ञान, तकनीक, पर्यावरण, लेखन, सामाजिक समस्याएं, शिक्षा आदि अनेक विषयों को समाहित किया गया है। यह पुस्तक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बहुत उपयोगी है। कंचन शर्मा को इससे पूर्व हंगरी में हुए सातवें अंतरराष्ट्रीय साहित्य एवं संस्कृति सम्मेलन में हिंदी साहित्य गौरव पुरस्कार से नवाजा गया था। एचपीयू के कुलपति ने भी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उन्हें वूमन अचीवर्स अवार्ड-2017 से नवाजा था। इलाहाबाद की गुफ्तगू संस्था ने उन्हें उनकी काव्य पुस्तक ‘रवितनया’ के लिए सुभद्रा कुमारी चौहान पुरस्कार दिया था। साहित्यिक गतिविधियों व समाज सेवा के लिए कंचन शर्मा को छत्तीसगढ़ में अहिंसा रत्न सम्मान, मध्यप्रदेश में आदि जयंती पर ‘पारस रत्न’ और झांसी में ‘यति सम्मान’ से अलंकृत किया जा चुका है। कंचन शर्मा प्रदेश से बाहर व अंतरराष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में सक्रिय लेखन कर रही हैं। वे सिंचाई व जन स्वास्थ्य विभाग में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत हैं।