रिज पर बिखरी कुल्लवी छटा

शिमला— भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग और जिला प्रशासन कुल्लू द्वारा लाहुल-स्पीति तथा कुल्लू जिलों की संस्कृति, रीति-रिवाजों, परंपराओं तथा खान-पान को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित ‘मैसमेराइजिग कुल्लू एंड लाहुल-स्पीति’ कार्यक्रम शुक्रवार को संपन्न हो गया। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने गेयटी थियेटर में आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता की। सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे हमारी पहचान है और समय के साथ हमें अपनी संस्कृति, परंपराओं तथा भाषा को बनाए रखना है, तभी हम सही मायने में विकास हासिल कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला में राज्य के सभी जिलों के इस प्रकार के कार्यक्रमों का चरणबद्ध तरीके से आयोजित किया जा रहा है, जहां इन जिलों का इतिहास रीति-रिवाज, परंपराएं तथा संस्कृति को प्रदर्शित किया जाता है। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए भाषा एवं संस्कृति विभाग की सराहना की। इस अवसर पर कुल्लू तथा लाहुल-स्पीति जिलों के कलाकारों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मुख्यमंत्री ने सरकारी विभागों, स्वयं सेवी संस्थाओं तथा स्वयं सहायता समूहों द्वारा रिज मैदान पर लगाई गई प्रदर्शनियों का भी दौरा किया। भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग की प्रधान सचिव अनुराधा ठाकुर, कुल्लू के उपायुक्त युनूस खान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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