शेविंग-कटिंग पर जीएसटी

गुड्स एंड सर्विस टैक्स का बहाना बना हेयर ड्रेसर कर रहे लूट

सतौन— जीएसटी का नाम लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानदारों के साथ हेयर ड्रेसर ने भी अपने रेट बढ़ाकर लोगों को ठगना शुरू कर दिया है। सिरमौर उपभोक्ता संरक्षण समिति की सतौन इकाई के सदस्य तपेंद्र सिंह, बलबीर सिंह, इमान राय व विद्या देवी ने बताया कि कुछ व्यापारी जीएसटी लगने के नाम से लोगों को गुमराह कर महंगाई बढ़ा रहे हैं। इन लोगों ने बताया कि राशन में दालें, चावल व अन्य दैनिक उपभोग की वस्तुए महंगे दाम पर बेची जा रही हैं। सब्जी विक्रेताओं ने सब्जी व फल के रेट बढ़ा दिए हैं और इन पर जीएसटी की बात मान भी ली जाती है, लेकिन हद तो यह है कि सतौन में हेयर ड्रेसर ने भी शेव व कटिंग के रेट जीएसटी के बहाने बढ़ा दिए हैं, जबकि यहां का कोई व्यापारी इस तरह के टैक्स देने के लिए पंजीकृत नहीं है। उपभोक्ता संरक्षण समिति के सदस्यों ने शासन व प्रशासन से इस तरह की ठगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

कोई जीएसटी नहीं लगता, करेंगे कार्रवाई

व्यापार मंडल के प्रधान सतीश शर्मा ने बताया कि व्यापार मंडल की शीघ्र ही एक बैठे होगी, जिसमें व्यापारियों को जीएसटी की जानकारी दी जाएगी व उन्हें मूल्य संबंधी सरकारी आदेशों की जानकारी दी जाएगी। इस बात का खास ध्यान रखा जाएगा कि कोई व्यापारी अधिक मूल्य से वस्तु न बेचे या बेवजह महंगाई न बढ़ाए। हेयर ड्रेसर पर कोई जीएसटी नहीं लगा है। अधिक कीमत लेने वालों के खिलाफ व्यापार मंडल कार्रवाई करेगा।