सेब ढुलाई ने लुटिया डुबोई

रामपुर बुशहर —  रामपुर विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सरपारा अभी भी देश-दुनिया से कटी हुई है। पंचायत क्षेत्र के लिए 40 दिनों बाद भी मार्ग बहाल नहीं किया गया है। इससे आम जन परेशान है। बीते एक माह से ज्यादा समय पहले भारी बारिश के कारण समेज से चार किलोमीटर दूर चाचा खड्ड भू-स्खलन होने के कारण सरपारा मार्ग बंद हो गया था। सेवानिवृत कर्मचारी संघ सरपारा के अध्यक्ष रामनाथ ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम की एक बस सरपारा में पानी में ही फंसी पड़ी है। यहां की जनता सड़क बंद होने से काफी परेशान है। आजकल सेब सीजन पीक पर है। सेब बागबानों के लिए यातायात सुविधा बंद है। सरपारा से समेज के लिए तीन किलोमीटर की दूरी में पैदल रास्ते से सेब की पेटियां को पीठ पर लादना पड़ रहा है। सेब पीठ पर लादने से समेज तक पहुंचने के लिए तीन घंटे का समय लग रहा है। सड़क बहाली के दौरान सेब पेटियों की ढुलाई के 20 से तीस रुपए देने पड़ते थे, लेकिन मार्ग बंद होने से अब लेबर 200 रुपए प्रति पेटी की मांग कर रहे हैं। इससे बागबान मंडियों तक पहुंचाने से पहले ही लुट रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पथ परिवहन निगम की बस 40 दिनों से फंसी होने के कारण सरकार को भी घाटा सहन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सेब सीजन को देखते हुए इस मार्ग को जल्द बहाल किया जाना चाहिए था, ताकि बागबानों का सेब समय पर मंडी में पहुंच सके। सरकारी राशन के लिए भी सरपारा वासियों को समेज आना पड़ रहा है। उन्होंने विभाग अधिकारियों से मांग की है कि सड़क मार्ग का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चलाया जाए और सरपारा मार्ग को जल्द बहाल किया जाए।