स्क्रब टायफस से चार की मौत

तीन ने आईजीएमसी, एक मरीज ने टीएमसी में तोड़ा दम

शिमला, टीएमसी— स्वाइन फ्लू के बाद अब स्क्रब टायफस ने लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है। आईजीएमसी में स्क्रब टायफस से तीन और लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में दो युवक व एक युवती शामिल है। बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा 10 पहुंच गया है। स्क्रब से मरने वालों की संख्या में वृद्धि होने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। पिछले एक सप्ताह में नौ लोगों की मौत स्क्रब टायफस से हुई है, जबकि एक मौत पिछले माह हुई है। बीते वर्ष स्क्रब से 37 मौतें हुई थीं।   वही, विशेष सचिव स्वास्थ्य की ओर से सभी जिला अधिकारियों  के साथ वीडियो कान्फ्रेंस की गई है। विशेष सचिव स्वास्थ्य पंकज राय ने बताया कि स्क्रब का सबसे अधिक कहर जिला शिमला के ऊपरी इलाकों में है।  रोहडू के छौहारा क्षेत्र में स्क्रब टायफस से अधिक दहशत फैल चुकी है। लोगों का कहना है कि स्क्रब टायफस से छह से अधिक मौते हो चुकी हैं। लोगों का दावा है कि स्क्रब टायफस से ये मौतें अस्पताल में पहुंचने से पहले हुई है।  वहीं, सिविल अस्पताल रोहडू प्रभारी डा. रविंद्र मुखिया ने बताया कि इस संदर्भ में लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। अभी तक 9 मरीजों में स्क्रब टायफस के लक्षण पाए गए हैं, जिसमें तीन लोगों की शिमला में मौत हो चुकी है। छौहारा क्षेत्र में स्क्रब टायफस कई साल से सक्रिय है।  खशाधार जिला परिषद वार्ड अरविंद धीमान ने बताया कि स्क्रब टायफस से उनके क्षेत्र में ही तीन मौते हो चुकी हैं। उधर, डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा अस्पताल में सात साल की एक बच्ची की स्क्रब टायफस से मौत हो गई। यह बच्ची चंबा जिला की रहने वाली थी। वहीं, टांडा अस्पताल में छह नए मामले स्क्रब टायफस के पहुंचे हैं। इनमें एक पुरुष और पांच महिलाएं शामिल हैं। तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है। डाक्टरों की एक टीम लगातार इन पर नजर रखे हुए है। स्क्रब टायफस की चपेट में आए ये इन मरीजों में 32 वर्षीय महिला नगरोटा बगवां से, 30 वर्षीय युवक जवाली से, 32 वर्षीय महिला शाहपुर से, 32 ही वर्षीय महिला ज्वालाजी से 40 वर्षीय महिला चंबा से और 56 वर्षीय महिला भटियात (चंबा) से है।