शिमला – भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) शिमला शहरी कमेटी प्रदेश सरकार द्वारा आदर्श आचार संहिता के लागू होने से ठीक पहले आध-अधूरे कार्यों का उद्घाटन करने की कड़ी निंदा करती है। पार्टी ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि वे इस स्थिति पर संज्ञान लें व सरकार को निर्देश दें कि इस तरह हास्यपद उद्घाटन, समारोहों को बंद करें। अभी हाल ही में कृष्णानगर में प्राइमरी स्कूल का उद्घाटन किया गया, लेकिन इस स्कूल के काम की स्थिति देखने पर पता चलता है कि इस स्कूल के काम को पूरा करने में अभी भी एक महीना लगेगा, तभी वहां पर बच्चे बैठ सकेंगे। इस भवन की खिड़कियों में अभी शीशे लगने हैं। रंग-रोंगन का काम भी आधा-अधूरा है। इसके बावजूद स्कूल का उद्घाटन किया गया। इसी तरह चौड़ा मैदान में बैडमिंटन कोर्ट का उद्घाटन किया गया। अभी तक इस कोर्ट के फर्श का काम भी नहीं हुआ है। अभी इस कोर्ट का काम पूरा करने में कम से कम 45 दिनों की आवश्यकता है, तभी यह बैडमिंटन कोर्ट प्रयोग के योग्य हो पाएगा। सीपीआई (एम.) शिमला शहरी कमेटी सचिव बलवीर पराशर का कहना है कि इस तरह के आधे-अधूरे कार्यों का उद्घाटन करना सरकार की हताशा को दर्शाता है, जबकि सच्चाई यह है कि अभी भी उद्घाटन किए गए इन कार्यों में भारी कमियां हैं। पार्टी द्वेष के चुनाव आयोग से हस्तक्षेप के साथ ही शीघ्र आदर्श आचार संहिता लागू करने की मांग करती है।