एक जैसा होगा साइकोलॉजी का सिलेबस

यूजी, पीजी और पीएचडी के लिए यूजीसी ने तैयार किया नया पाठ्यक्रम

शिमला  – देश भर के कालेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जा रहे मनोविज्ञान विषय के लिए अब एक समान सिलेबस लागू होगा। अभी तक जहां हर विश्वविद्यालय का अपना तैयार सिलेबस इस कोर्स में यूजी, पीजी सहित अन्य स्तरों पर पढ़ाया जा रहा है, वहीं अब सभी शिक्षण संस्थानों में इसे एक समान करने की तैयारी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से की गई है। अपने इस सुझाव को लेकर यूजीसी की ओर से निर्देश भी विश्वविद्यालयों को जारी किए गए हैं। आयोग का मानना है कि वर्तमान समय में मनोविज्ञान विषय की मांग और इसकी उपयोगिता बढ़ती जा रही है। इसके आधार पर यह आवश्यक हो गया है कि इस विषय का सिलेबस सभी विश्वविद्यालयों में एक समान लागू किया जाए। आयोग के इस फैसले का असर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पर भी पड़ेगा। एचपीयू में मनोविज्ञान विषय छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए कोर्स के रूप में पढ़ाया जा रहा है। प्रदेश के कुछ कालेजों में जहां इसे यूजी विषय के रूप में डिग्री में शामिल किया गया है, तो वहीं एचपीयू में इस विषय का अलग से विभाग चल रहा है। यहां छात्रों को मास्टर डिग्री के साथ-साथ एमफिल और पीएचडी कोर्स भी मनोविज्ञान में करवाया जा रहा है। इस विभाग में छात्रों को इस विषय में कई तरह के डिप्लोमा कोर्स करने की सुविधा भी मिल रही है। अब अगर यूजीसी के इस सुझाव पर अंतिम मुहर लगती है तो एचपीयू को भी यूजी, पीजी सहित पीएचडी कोर्स का सिलेबस बदलना होगा।  आयोग की ओर से मनोविज्ञान विषय के लिए यूजी, पीजी सहित पीएचडी कोर्स तक का सिलेबस तैयार कर दिया है। सिलेबस की खास बात यह है कि इसे तैयार करते समय टीचिंग और शोध के पहलुओं को आयोग ने ध्यान में रखा गया है। ऐसे में इस सिलेबस को अगर जारी किया जाता है तो सभी विश्वविद्यालयों में एक ही स्तर पर इस विषय की शिक्षा छात्र ग्रहण करेंगे।

विश्वविद्यालय देंगे अपनी राय

मनोविज्ञान विषय के लिए यूजीसी की ओर से तैयार किए गए सिलेबस पर विश्वविद्यालय अपनी राय दे सकेंगे। विश्वविद्यालय यह भी तय कर सकेंगे कि नया सिलेबस उन्हें कोर्स के लिए लागू करना है या नहीं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से तैयार किया गया सिलेबस अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है। विश्वविद्यालय वेबसाइट से नया सिलेबस डाउनलोड कर देख सकते हैं।