ऐलन इंस्टीच्यूट में भक्ति की मेगा पाठशाला

चंडीगढ़ में दक्षिण भारत के तिरूपति बालाजी महोत्सव अनुसार मनाया कल्याणोत्सव

चंडीगढ़    —  भक्ति संगीत की मधुर स्वर लहरियां, गुलाबी सर्दी का अहसास करवाते हवाओं के झोंके, मंदिर सा सजा परिसर, हर ओर बरसते फूल, परंपरागत परिधानों में शिक्षक और भक्ति की पाठशाला में झूमते विद्यार्थी। ऐसी पाठशाला जहां विद्यार्थियों ने धैर्य, धर्म और ध्यान सीखा। समा ऐसा मानों भक्ति की यह पाठशाला चलती रहे और हर कोई झूमता रहे। मौका था ऐलन कैरियर इंस्टीच्यूट द्वारा चंडीगढ़ में आयोजित भक्ति की मेगा पाठशाला संस्कार महोत्सव का। आध्यात्मिक माहौल के बीच दस हजार से अधिक साइंस के कोचिंग विद्यार्थियों ने एक साथ इस महोत्सव में भाग लिया। शहर के सेक्टर-34 प्रदर्शनी मैदान में आयोजित ऐलन करियर इंस्टीच्यूट के इस वार्षिकोत्सव में बड़ी संख्या में शिक्षक, गणमान्य नागरिक और विद्यार्थियों के अभिभावक भी शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरूआत भक्ति गीतों के साथ हुई। इंस्टीच्यूट के निदेशक गोविंद माहेश्वरी ने गणपति वंदना के साथ भजनों की शुरुआत की। इसके बाद निदेशक गोविंद माहेश्वरी ने एक के बाद एक भक्ति भजनों की प्रस्तुति दी, जिन पर विद्यार्थियों के झूमने का सिलसिला शुरू हो गया। झांकियां और आकर्षक नृत्य के बीच खूब पुष्पवर्षा भी हुई। कार्यक्रम में आध्यात्म, भक्ति, संगीत और संस्कार था। यहां भगवान वेंकटेश व लक्ष्मी की भव्य सवारी आई और दिव्य कल्याणोत्सव शुरू हुआ। विशाल पंड़ाल में जगमगाती रोशनी में जैसे ही भगवान श्री वैंकटेश का दिव्यकल्याण उत्सव प्रारंभ हुआ, हजारों विद्यार्थी पुष्पवर्षा करते हुए आनंद लेते रहे। इस मौके  पर कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।