गढ़ टूटने से विनोद खन्ना की पत्नी खफा

पठानकोट —  गुरदासपुर उपचुनाव में भाजपा की टिकट लेने में ऐन मौके पर वंचित रही विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना ने चुनाव परिणाम पर निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि वह बहुत दुखी हैं। विनोद खन्ना ने गुरदासपुर में चुनाव जीत कर कांग्रेस के गढ़ को तोड़ा था और इसे भाजपा का गढ़ बनाया था। यह गढ़ टूटना चिंताजनक है। मतगणना का रुझान सामने आने के बाद उन्होंने कहा कि गुरदासपुर के उपचुनाव में हाइकमान ने बहुत सोच समझ कर टिकट दिया और टिकट को लेकर उन्हें अब कुछ नहीं कहना है। कविता खन्ना ने कहा कि वह बीत चुका है, लेकिन अब हम सभी को मिल-जुलकर काम करना होगा। पार्टी को पहले की जगह पर लेकर आना होगा। कविता खन्ना ने एक सवाल के जबाव में कहा कि वैसे तो अब इस बात का कोई मतलब नहीं कि टिकट उन्हें दिया गया होता तो चुनाव परिणाम क्या होता। उन्होंने पार्टी से यह जरूर कहा था कि टिकट उन्हें दिया जाए तो वह चुनाव जीत कर सीट पार्टी की झोली में डालेंगी। कविता ने कहा कि वह पिछले कई दिनों से पठानकोट इसलिए नहीं आई, क्योंकि वह बीमार थी। अब स्वास्थ्य थोड़ा ठीक है।