जीएसटी की मार, मंद पड़ा कारोबार

30 फीसदी समेट चुके दुकानदारी, अब दिवाली-धनतेरस की सता रही चिंता

शिमला  – नोटबंदी व जीएसटी के चलते कारोबार में चल रही मंदी से कारोबारी वर्ग बाहर नहीं निकल पाया है। आलम यह है कि फेस्टिवल सीजन में भी कारोबारी मंदी की मार झेल रहे हैं,  जिसके चलते अब कई कारोबारी कारोबार समेटने लगे हैं। प्रदेश व्यापार मंडल के अनुसार नोटबंदी व जीएसटी की मार से राज्य में 30 फीसदी कारोबारी कारोबार समेट चुके हैं। मौजूदा समय में जो कारोबार भी कर रहे हैं, वे भी भारी मंदी के दौर से गुजर रहे हैं। फेस्टिवल सीजन में भी कारोबारियों को ग्राहकों का इंतजार करना पड़ रहा है। राज्य में नवरात्र व करवाचौथ पर केवल 40 फीसदी कारोबार आंका गया है, जो काफी कम है। हालांकि फेस्टिवल सीजन के दौरान लोग घरों के लिए जमकर खरीददारी करते थे, मगर इस फेस्टिवल सीजन में बाजार सूने पड़े हुए हैं। कारोबारी वर्ग धनतेरस और दिवाली पर्व पर भी मंदी रहने का अनुमान लगा रहे हैं। व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष सुमेश शर्मा ने बताया कि कारोबारी मंदी से बाहर नहीं निकल पा रहा है।

कमियां छिपाने में जुटा केंद्र

प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुमेश शर्मा का कहना है कि पिछले दिनों जीएसटी परिषद की बैठक में छोटे कारोबारियों और आभूषण विके्रताओं को राहत दी गई है, मगर कारोबारी वर्ग इससे खुश नहीं है। प्रदेशाध्यक्ष का कहना है कि केंद्र सरकार राहत के नाम पर कमियां  िछपाने का काम कर रही है।

जरूरत लायक हो रही खरीददारी

प्रदेश में कारोबारी वर्ग के अनुसार जीएसटी के चलते हर तरह की वस्तुओं के दामों में उछाल आया है। ऐसे में कम ही लोग खरीददारी करने आ रहे हैं। महंगाई के चलते जनता जरूरत लायक खरीददारी ही कर रही है।