तीन क्षेत्रों में बंटेगा 205 एकड़ में बनने वाला बिलासपुर एम्स
बिलासपुर— कोठीपुरा में एम्स का शुरुआती कार्य करने वाले स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के अधीन कार्यरत हास्पिटल सर्विसेज कंसल्टेंसी कारपोरेशन (एचएससीसी)के डिजाइन में पूरे एरिया को शैक्षणिक, स्वास्थ्य देखभाल और आवासीय क्षेत्र में कवर करने का प्रावधान है। कुल 205 एकड़ के निर्माण क्षेत्र को तीन अलग क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। एचएससीसी ने पांच दिन के भीतर टोपोग्राफिकल सर्वे करने के बाद कंटूरिंग प्लान तैयार कर मुख्य कार्यालय को प्रेषित कर दिया है। अब मैनुअल सर्वेक्षण होगा, जबकि एस्टीमेट तैयार होने पर अगले दो से तीन माह में पूरे एरिया को कवर करने के मद्देनजर बाउंडरी वाल लगाने के लिए टेंडर कर दिए जाएंगे। एचएससीसी के सीएमडी ज्ञानेश पांडेय ने खबर की पुष्टि की है। एम्स का डिजाइन इंडोर स्टेडियम में जनता की सुविधा के लिए सुरक्षित रखा गया है, ताकि एम्स के प्रारूप से जनता भी वाकिफ हो सके।
अस्पताल
एम्स में 750 बेड की क्षमता होगी, जिसके तहत 300 बेड सुपरस्पेशियलिटी, 320 बेड जरनल स्पेशियलिटी, 30 बेड आयुष, 15 आपरेशन थियेटर, 50 बेड आईसीयू, 50 बेड एमर्जेंसी ट्रॉमा में उपलब्ध होंगे।
विभाग
डिपार्टमेंट ऑफ एनाटोमी, वायोकेमिस्ट्री, फिजियोलॉजी, पैथालॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फोरेंसिक मेडिसिन और कम्युनिटी मेडिसिन इत्यादि होंगे, जबकि लाइब्रेरी, डिस्कशन हाल, एनिमल होल्डिंग एरिया (पशुघर), रिसर्च, कॉमन लैबोरेटरीज, एग्जामिनेशन हाल, एडमिनिस्ट्रेशन और कैफेटेरिया इत्यादि।
सुविधा
एम्स में हीलिंग गार्डन (उपचार बगीचा), 60 छात्रों का नर्सिंग कालेज, 100 छात्रों का आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, 750 लोगों के एक साथ बैठने की क्षमता वाला सभागार, 160 लोगों की क्षमता वाली धर्मशाला का निर्माण किया जाएगा
खास
एम्स के निर्माण में कम से कम पेड़ काटने की कोशिश होगी और जितने भी पेड़ कटेंगे, उससे ज्यादा उसी जगह पर लगाए जाएंगे। एम्स जब बनेगा तो दुनिया देखेगी।
सिक्स टाइप के फ्लैट होंगे तैयार
देश के आठवें एम्स के आवासीय क्षेत्र में छह टाइप के फ्लैट तैयार किए जाएंगे, जिसके तहत टू टाइप के 10 फ्लैट, थ्री टाइप के 18, फोर टाइप के 21 और फाइव टाइप के 24 फ्लैट बनेंगे, जबकि सिक्स टाइप की छह इकाइयां बनेंगी। इसके अलावा1400 क्षमता वाले होस्टल का निर्माण किया जाएगा।
शिमला 85, चंडीगढ़ 133 किलोमीटर
शिमला-बिलासपुर स्टेट हाई-वे से दो रास्ते बनाए जाएंगे, एक रास्ता नवोदय स्कूल के पास तो दूसरा इससे आगे से जाएगा। एम्स से शिमला की दूरी 85 और चंडीगढ़ की 133 किलोमीटर होगी। एम्स एरिया के तहत चंगर पलासनी के साथ ही नोआ और राजपुरा से भी परिसर के लिए रास्ते होंगे।
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