दिवाली के लिए एक्स्ट्रा डाक्टर

आईजीएमसी-डीडीयू में सर्जरी, आई स्पेशलिस्ट की व्यवस्था

शिमला  —  दिवाली पर अस्पतालों में एमर्जेंसी में डाक्टरों की अतिरिक्त तैनाती की व्यवस्था की गई है। आईजीएमसी में एमर्जेंसी में सर्जरी के डाक्टर विशेष तौर पर तैनात रहेंगे। इसी तरह डीडीयू में भी दिवाली पर बर्न केस के लिए डाक्टरों की व्यवस्था की गई है। अस्पतालों में दिवाली के मौके पर सबसे अधिक मामले हाथों में ब्लास्ट और आंखों से संबंधित आते हैं, इनमें किशोर अधिक होते हैं। चिकित्सकों का कहना है कि बच्चे अकसर पटाखे हाथ में चलाने का प्रयास करते हैं। इसके कारण हाथ जलने के सबसे अधिक केस आते हैं। अनार, रॉकेट को नजदीक से चलाने पर अकसर आंख भी झुलस जाती है। इसे देखते हुए एमर्जेंसी में आंखों के डाक्टरों की भी व्यवस्था की गई है। आईजीएमसी के एमएस डा. रमेश का कहना है कि दिवाली पर जरा सी लापरवाही इस उत्सव का रंग फीका कर सकती है। पटाखे दूर से चलाएं और आंखों व हाथों को झुलसने से बचाएं। पटाखे हमेशा मान्यता प्राप्त दुकान से खरीदें और इस बात की कोशिश करें कि बच्चों को अकेले पटाखे खरीदने न जाने दें, और आप उनकी सुरक्षा का ध्यान रखकर उन्हें पटाखे दिलवाएं। जिस भी जगह आप पटाखे जला रहे हैं, वहां पानी से भरी बाल्टी जरूर रखें, ताकि कोई दुर्घटना हो जाए, तो तुरंत पानी का प्रयोग किया जाए। दिवाली में जलने पर सर्वाधिक प्रभावित त्वचा और आंखें ही होती हैं। ऐसे में सावधानी बरतनी जरूरी है। जले हुए हिस्से को फौरन पानी से धोएं और बर्फ लगाएं। अगर जलन मामूली है तो जले हुए हिस्से पर नारियल, जैतून या फिर नीम का तेल भी लगा सकते हैं। जले हुए हिस्से पर शहद या फिर एलोवेरा जेल भी लगा सकते हैं। अगर कोई गंभीर रूप से जल गया है तो उसे फ ौरन कंबल में लपेटें और अस्पताल पहुंचाएं। जले हुए व्यक्ति के कपड़े उतारने का प्रयास न करें, इससे जली हुई त्वचा पर बुरा प्रभाव पड़ने की संभावना होती है। जली त्वचा पर केले का पत्ता बांधना कारगर होता है, क्योंकि इससे ठंडक मिलती है और आराम भी।

आंखों का ख्याल सबसे जरूरी

चिकित्सकों के मुताबिक पटाखों में कई तरह के रसायन प्रयोग किए जाते हैं, जिसकी वजह से अगर हम न भी जलें, तो भी उसका धुआं हमारी त्वचा को बहुत नुकसान पहुंचाता है और हमारी त्वचा रूखी हो जाती है। इससे बचने के लिए दिन में कम से कम आठ-दस ग्लास पानी पिएं। अगर पटाखे से आंखों में चिंगारी गई है, तो फौरन आंखों को पानी से धोएं और जल्द अस्पताल जाएं। अगर कांटेक्ट लेंस लगाते हैं, तो दिवाली वाले दिन बिलकुल न लगाएं और आंखों को पटाखों की तेज रोशनी से भी बचाएं। आंखों में चिंगारी या बारूद चला जाए, तो उसे बिलकुल न मलें, फौरन धो लें और चिकित्सक से संपर्क करें। पटाखे छूने के बाद आंखें न छुएं।