पक्का टियाला-मेहड़ दिदियां सड़क पर जरा संभलकर

जसवां कोटला —  प्रदेश सरकार ने हिमाचल की जनता को मूलभूत सुविधाएं घर द्वार उपलब्ध करवाने के लिए कल्याणकारी योजनाओं को शुभारंभ किया है, परंतु हकीकत में कितना विकास हुआ, इसकी पोल खोल रहा है चिंतपूर्णी-टैरेस सड़क की पक्का टियाला मेहड़ दिदियां सड़क। अपर बठरा से लग गुराला सड़क किसी भी शहर व गांव के विकास में सड़कों का महत्त्व जरूरी होता है, परंतु जसवां-परागपुर विधानसभा के तहत ये मुख्य तीन सड़कें आती हैं। इन सड़कों के तहत स्यूल, हटली, पपलेधर बनेहड़ा, सैरी स्यूल, बठरा, लग आदि गांवों के लगभग दस हजार से ज्यादा लोग रहते हैं, जिन्हें रोजमर्रा के कार्यों के लिए आना-जाना पड़ता है। पक्का टियाल मेहड़ा में दिन में तीन बसों के रूट थे, जिन्होंने सड़क ठीक नहीं होने के कारण अपनी बसें बंद कर दी हैं। ग्राम पंचायत स्यूल के उपप्रधान संजीव शर्मा ने कहा कि हमने पंचायत के प्रस्ताव कई बार सहायक अभियंता डाडासीबा लोक निर्माण विभाग को दिए, परंतु हमारी आज तक किसी न सरकार, न ही चुने हुए प्रतिनिधियों और न ही विभाग सड़कों की ओर ध्यान नहीं दिया। लोगों ने सरकार से मांग की है कि जो प्राइवेट बस वाले अपने रूट नहीं चला रहे, उनके रूट बंद करके किसी और बेरोजगार को रूट परमिट दिया जाए, ताकि यहां की जनता को राहत की सांस मिल सके।