परफेक्ट लड़की फैंटेंसी से ज्यादा कुछ नहीं…

By: Oct 8th, 2017 12:10 am

NEWSNEWSअमरेंद्र बाहुबली के रूप में सर्वगुण संपन्न नायक का किरदार निभाने वाले प्रभास आज देश के करोड़ों दिलों की धड़कन बन चुके हैं। हमसे हुई खास मुलाकात में उन्होंने अपने बैचलरहुड, सपनों की राजकुमारी, अनुष्का शेट्टी से लिंकअप की खबरों, महिलाओं की सुरक्षा और अपनी आगामी फिल्म साहो समेत कई पहलुओं पर बात की…

सलमान खान के बाद आपको इंडियन सिनेमा के मोस्ट एलिजिबल बैचलर का खिताब मिल गया है। क्या कहना चाहेंगे?

(शर्म से मुस्कराते हुए) फिलहाल तो मैं इसका आनंद उठा रहा हूं। मैं अपनी बैचलर लाइफ को एन्जॉय कर रहा हूं, लेकिन मुझे पता नहीं कब क्या होगा। वैसे सलमान खान बहुत बड़ा नाम हैं। उनसे मेरी तुलना नहीं हो सकती।

वैसे ‘बाहुबली- 2’ के बाद आपके और आपकी हीरोइन अनुष्का शेट्टी के लिंकअप की खबरें खूब उड़ी थीं?

(हंसते हुए) मैंने और अनुष्का ने यह तय किया था कि हम किसी भी हाल में अपने लिंकअप की खबरें नहीं आने देंगे। अरे बाबा हम 9 साल से फैमिली फे्रंड्स हैं। हम बहुत अच्छे दोस्त हैं। बरसों से एक-दूसरे को जानते हैं, लेकिन कभी-कभार जब ऐसी खबरें आती हैं, तो मुझे ही लगने लगता है कि हमारे बीच में कुछ है क्या। (जोर से हंस देते हैं) हमें पता है कि हमारे बीच ऐसा कुछ नहीं है। वैसे यह कोई नई बात नहीं है, जब भी कोई हीरोइन किसी हीरो के साथ दोबारा या एक फिल्म से ज्यादा फिल्मों में काम करती है, तो लोग उनके नाम जोड़ देते हैं।

आप करोड़ों दिलों की धड़कन हैं, मगर आपके ख्वाबों की राजकुमारी कैसी होनी चाहिए?

मैं नहीं जानता। जब मैं छोटा था, तब मुझे गांव की लड़कियां भाती थीं। फिर जब मैं बड़ा हुआ, तो मुझे लंबे बालों वाली लड़की पसंद आने लगी। फिर कभी लगता है कि लड़की लंबी हो, बुद्धिमान हो। मैं नहीं जानता कि मेरे लिए परफेक्ट लड़की कौन-सी होगी। मेरा पैमाना हमेशा बदलता रहता है, मगर एक बात जरूर कहना चाहूंगा कि जब वह लड़की आपको मिलेगी, तभी पता चलेगा कि वह आपके लिए बनी है। असल में परफेक्ट लड़की जैसा कुछ नहीं होता। यह आपकी फैंटेसी होती है, जो आप फिल्में देखकर या अपनी मां और दादी की बातें सुनकर पाल लेते हैं।

अपना पहला क्रश याद है आपको?

बिलकुल! मेरा पहला क्रश मेरी स्कूल टीचर थीं, उन्हें देखकर मैं पढ़ना भूल जाया करता था।

अगर मैं ‘बाहुबली- 2’ की बात करूं तो क्या आपने सोचा था कि फिल्म इतिहास रचेगी?

हम निश्चित रूप से चाहते थे कि यह फिल्म हिट हो और ऐसी उम्मीद गलत भी नहीं थी। दक्षिण में हमें आशा थी कि फिल्म को 60 प्रतिशत सफलता तो जरूर मिलेगी, मगर तमिल, मलयालम, तेलुगु और नॉर्थ में हमें इतनी बड़ी सफलता की बिलकुल उम्मीद नहीं थी। हिंदी में फिल्म की इस अभूतपूर्व सफलता का तो हमें जरा भी अंदाजा नहीं था। हम तो हैरान हैं कि हिंदी दर्शक ने इसे सिर-माथे पर बैठाया।

अमरेंद्र बाहुबली के कौन-से गुण अपनाना चाहेंगे?

मुझे लगता है मैं अमरेंद्र की तरह बलशाली बनूं। मैं उसकी तरह अच्छा इनसान बनना चाहता हूं। मुझे लगता है कि काश किसी दिन मैं अमरेंद्र की तरह कथनी को करनी में बदलने वाला बन पाऊं।

फिल्म में आपका एक डायलॉग है, जो आदमी किसी औरत को गंदे तरीके से छूता है, उसकी अंगुली नहीं सिर कलम किया जाना चाहिए। मगर आजकल हम देख रहे हैं कि महिलाओं की सुरक्षा गंभीर मुद्दा बन चुकी है?

आप सच कह रही हैं। मैं जब भी महिलाओं के साथ रेप या छेड़छाड़ की खबरें पढ़ता हूं, तो लगता है कि हम आदिवासी क्षेत्र में रह रहे हैं। आज के युग में महिलाओं के प्रति पुरुषों का वीभत्स बर्ताव देखकर महसूस होता है कि हम अभी भी जानवर हैं। मैं हमेशा सोचता हूं कि लोगों की सोच कब बदलेगी। वे औरतों को सम्मान देना कब सीखेंगे।

श्रद्धा कपूर के साथ आप ‘साहो’ में नजर आने वाले हैं। आपने उनकी हालिया रिलीज ‘हसीना पारकर’ देखी?

मैं बालीवुड से जुड़कर खुश हूं। यह सबसे बड़ी इंडस्ट्री है। मैं यह फिल्म हिंदी में डब करने वाला हूं। जहां तक श्रद्धा की बात है, तो वह बहुत ही जहीन एक्ट्रेस हैं।

आप अपनी हिंदी कितनी संवार पाए हैं?

मैं हिंदी सीख रहा हूं। मुझे लगता है कि यह इतना मुश्किल नहीं होगा। अब तो समझ भी लेता हूं थोड़ी-बहुत।

क्या कभी विलन भल्लालदेव (राणा दागुबाती) का किरदार करने की इच्छा होती है?

मुझे अमरेंद्र बाहुबली का किरदार प्रिय है, मगर विकल्प के तौर पर मैं खलनायक के रूप में भल्लालदेव का किरदार करने की सोच सकता हूं। वह किरदार भी अपने आप में दमदार है और उसे राणा ने बहुत ही कमाल तरीके से निभाया। शूटिंग के दौरान मैं और राणा बहुत अच्छे दोस्त बन गए थे। सेट पर हमें देखकर कोई कह नहीं सकता था कि हम फिल्म में एक-दूसरे के खून के प्यासे हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App