पेंशन नहीं तो वोट भी नहीं

परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच ने दी चेतावनी

सरकाघाट – हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच चार अक्तूबर को कैबिनेट की बैठक में पेंशनरों की मांगें पूरा करने का आग्रह किया है। मंच ने चेतावनी दी है कि अगर पेंशनरों की लंबित मांगों को पूरा नहीं किया गया तो पेंशनर्ज अपने परिवार सहित चुनावों का बहिष्कार करेंगे। सरकाघाट में प्रदेशाध्यक्ष बलराम पुरी की अध्यक्षता में आयोजित हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच की राज्य स्तरीय बैठक में पेंशनरों ने यह ऐलान किया है। बैठक में परिवहन निगम से सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक में वर्ष 2015 से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को ग्रेच्युटी, लीव एन कैशमेंट, पहली जनवरी, 2015 से पहली जनवरी, 2017 तक 21 प्रतिशत महंगाई भत्ते की अदायगी आदि मांगों पर भी चर्चा की गई। बैठक में कहा गया कि अक्तूबर 2016 से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को आज  दिन तक न तो पेंशन लगाई गई और न ही अन्य वित्तीय लाभ दिए गए। पेंशनर्ज साढ़े चार वर्षों में पेंशन के स्थायी समाधान के बारे में 50 बार मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री, मुख्य सचिव, वित्त सचिव एवं परिवहन सचिव व राज्यपाल से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आश्वासनों के अलावा आज तक कुछ भी नहीं मिला। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा एचआरटीसी के स्थापना दिवस पर शिमला में पेंशन की स्थायी नीति बनाने की घोषणा की थी, लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। इस मौके प्रदेश महामंत्री पर वीरी सिंह, वरिष्ठ उपप्रधान किशोरी लाल, मुख्य सलाहकार मधुसूदन शर्मा, किशोरी लाल धनोटिया, बिहारी लाल ठाकुर, होशियार सिंह, रमेश शर्मा, मोहन लाल, अशोक कुमार, अशोक शर्मा, हरनाम सिंह, अजमेर सिंह, जय चंद, रतन सिंह, वचित्र सिंह, सिमरो देवी, विद्या देवी, सुरेश, हर्ष शर्मा, नंद लाल, मदन चोपड़ा, रोशन लाल, दामोदर दास, दत्त राम, चमारू राम, प्रेम सिंह, प्रण चंद व रतन चंद आदि उपस्थित रहे।