फिल्म की स्क्रिप्ट ओरिजिनल होनी चाहिए

बालीवुड के जाने माने निर्देशक इम्तियाज अली का कहना है कि फिल्म को यादगार बनाने के लिए उसे साफगोई के साथ पेश करना महत्त्वपूर्ण है। इम्तियाज अली की फिल्म ‘जब वी मेट’ को रिलीज हुए एक दशक हो गया है, लेकिन फैन्स के जेहन में यह फिल्म आज भी ताजा है। इम्तियाज ने बताया कि जब आप कोई फिल्म बनाते हैं तो आप अपना सबसे अच्छा देते हैं। आप अच्छा लिखते हैं, उसे बिलकुल नया और मनोरंजक बनाने की कोशिश करते हैं। मैंने एक बात महसूस किया है कि यदि आप फिल्म में बनावटीपन डालते हैं और उस समय के लिए मसालेदार बनाने की कोशिश करते हैं तो यह चीजें बहुत जल्द ही अनावश्यक दिखनी शुरू हो जाती हैं। गौरतलब है कि इम्तियाज के निर्देशन में आई उनकी आखिरी दो फिल्म ‘जब हैरी मेट सेजल’, ‘तमाशा’ बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर सकी थीं। उसके पहले उनकी ‘लव आज कल’ ,‘रॉकस्टार’ और ‘हाइवे’ जैसी फिल्मों को दर्शकों और आलोचकों का अच्छा रिस्पांस मिला था।