मोदी…मोदी…मोदी

भीड़ के आगे लुहणू बौना

बिलासपुर  —  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में उमड़ी भीड़ के आगे लुहणू मैदान भी छोटा पड़ गया। मंगलवार को बिलासपुर ढोल-नगाड़ों और शंख ध्वनियों के साथ-साथ मोदी के नारों से गूंजता रहा। बिलासपुर शहर पर मंगलवार को मोदी का रंग पूरी तरह से चढ़ा रहा। बच्चों से लेकर बूढ़े ,महिलाएं और युवा सब मोदी के रंग में रंगे हुए लुहणू पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने को इतनी भारी तादाद में लोग उमड़े कि न तो लुहणू में जगह बची और न ही बिलासपुर शहर भीड़ से बच सका। लुहणू मैदान में सजाए गए पंडाल में जब जगह नहीं बची तो लोगों ने गुरुद्वारा चौक के पास खड़े होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण सुना। साथ ही मकानों की छतों पर भी चढ़कर प्रधानमंत्री का भाषण सुना। जिसे देखकर एक समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दंग रह गए तथा उन्होंने इस सभा को आठ मंजिला सभा करार दे दिया। इसे सुनकर पूरा पंडाल मोदी के नारों से गूंज उठा। यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब सभा स्थल पर पहुंच चुके थे, उसके बाद भी मैदान में प्रवेश करने के लिए प्रवेश द्वार पर हजारों की तादाद में लोग खड़े थे। लुहणू मैदान में प्रवेश करने के लिए प्रवेश द्वार पर लगी लाइनें बाहर सड़क तक पहुंच गइर्ं।  जब लोगों को जगह नहीं मिली तो  वे दुकानों पर टेलीविजन पर चिपके रहे। प्रधानमंत्री की रैली में लोगों का जोश देखते हुए बनता था।

महिला मोर्चा ने की साफ-सफाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली समाप्त होने के बाद भाजपा महिला मोर्चा की सदस्यों ने पूरे पंडाल की सफाई की। इन्हें देखकर स्थानीय युवा व लोगों ने भी साथ देना शुरू कर दिया और पूरे पंडाल को साफ करने में सब एकजुट हो गए।

शहर के होटल और ढाबे जैम पैक…खत्म हो गया खाना

बिलासपुर  –  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में पहुंची भीड़ के आगे बिलासपुर शहर के होटल-ढाबे कम पड़ गए। मंगलवार को बिलासपुर शहर का हर होटल, रेस्टोरेंट और हर ढाबा ग्राहकों से पूरी तरह से पैक रहे। कहीं-कहीं पर तो ढाबों में क्षमता से अधिक भीड़ उमड़ने से बाहर ही खड़े होकर खाना खाना पड़ा। उम्मीद से ज्यादा ग्राहक पहुंचने पर ढाबों पर खाना भी समय से पहले ही खत्म हो गया, जिससे लोगों को फास्टफूड और फलों से ही गुजारा करना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिलासपुर आगमन से ढाबा-होटल वालों की बल्ले-बल्ले रही। भीड़ के आगे पानी मुहैया करवाने की व्यवस्थाएं भी शहर में सीमित ही नजर आइ।

‘मोदी कटआउट’ उठाने की होड़

रैली के समापन के बाद एक तरफ जहां लोग घर जाने लगे तो वहीं दूसरी तरफ मोदी के प्रशंसक प्रधानमंत्री के कटआऊट पोस्टरों को कंधों पर उठाकर घर ले गए। जिससे पूरे शहर में मोदी के सारे पोस्टर रास्तों से साफ हो गए।