लंगाह ने किया सरेंडर

नौकरी का झांसा देकर महिला का किया था शोषण, पहले भी लगे हैं दाग

पठानकोट — पुलिस में नौकरी का झांसा देकर लड़की से रेप करने के आरोपी पंजाब के पूर्व अकाली मंत्री और पूर्व एसजीपीसी सदस्य सुच्चा सिंह लंगाह ने सोमवार को आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष सरेंडर किया है। लंगाह पर गत सप्ताह एक विधवा महिला ने नौकरी का झांसा देकर बार-बार रेप करने का आरोप लगाया। पीडि़ता का कहना है कि उसके साथ चंडीगढ़,  गुरदासपुर समेत कई स्थानों पर शारीरिक संबंध बनाए गए, जब वे विरोध करती तो लंगाह उस पर दबाव डालते कि उन्होंने ही उसे नौकरी दिलाई है। पीडि़ता ने अपने आरोपों को पुख्ता करते हुए एक वीडियो भी बनाई है, जिसकी रिकार्डिंग उसने पेनड्राइव में डालकर पुलिस को सौंप दी है। सोशल मीडिया पर लंगाह की कथित वीडियो वायरल भी हुई है। बताया जा रहा है कि लंगाह को अब जांच में शामिल करके मामले के संबंध में पूछताछ  की जाएगी। आरोपों के चलते लंगाह शिरोमणि अकाली दल के सभी पदों और एसजीपीसी सदस्यता से त्यागपत्र दे चुके हैं। महिला से दुष्कर्म के मामले में घिरे पूर्व अकाली मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह का विवादों से पुराना नाता रहा है। वह 1997 तक सात साल पुलिस की आपराधिक सूची में 10 नंबरी रह चुके हैं। इस दौरान थाना सदर में उनके वांटेड के पोस्टर भी लगते रहे हैं। उन पर धार्मिक भावनाएं आहत करने से लेकर मारपीट के 25 से ज्यादा मामले दर्ज थे।

इस्तीफा मंजूर

अमृतसर — शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रधान प्रो. किरपाल सिंह बडूंगर ने सोमवार को  समिति के सदस्य सुच्चा सिंह लंगाह का इस्तीफा मंजूर कर लिया। एसजीपीसी की एक महिला कर्मचारी द्वारा बलात्कार का आरोप लगाने के पश्चात लंगाह ने पद से त्यागपत्र दे दिया था। उल्लेखनीय है कि पंजाब के पूर्व कृषि मंत्री एवं अकाली दल की कोर कमेटी के सदस्य रहे सुच्चा सिंह लंगाह ने उनके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज होने के बाद चंडीगढ़ के ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष आत्मसमर्पण कर  दिया। उनके खिलाफ सतर्कता विभाग की महिला कांस्टेबल ने 28 सितंबर को गुरदासपुर सिटी पुलिस स्टेशन में लंगाह के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था।