वीरभद्र सिंह की ठियोग पर मुहर

ओकओवर से किया ऐलान, 20 अक्तूबर को विद्या स्टोक्स के विधानसभा क्षेत्र से भरेंगे नामांकन

शिमला— मैडम स्टोक्स के सियासी जमीन छोड़ने के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी ठियोग-कुमारसैन से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। लंबे समय से उनके चुनाव क्षेत्र को लेकर अटकलें चलती रहीं, लेकिन अब सीएम ने साफ कर दिया है कि वह ठियोग-कुमारसैन से चुनाव लड़ेंगे और 20 अक्तूबर को वहां अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। उन्होंने शिमला ग्रामीण की सीट अपने पुत्र विक्रमादित्य के लिए छोड़ दी है, जहां से उनको टिकट मिलेगा या नहीं यह दीगर है। शुक्रवार को ओकओवर में सीएम ने ठियोग-कुमारसैन से लड़ने का ऐलान किया। ठियोग-कुमारसैन विधानसभा हलके से आए प्रतिनिधिमंडल के बीच सीएम ने यह ऐलान किया। प्रतिनिधिमंडल में क्षेत्र की कई पंचायतों के प्रधान, बीडीसी सदस्य और जिला परिषद सदस्य उनसे मिलने पहुंचे थे। वीरभद्र सिंह 20 अक्तूबर को ठियोग में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। उस दिन ठियोग में कांग्रेस की जनसभा भी होगी। यहां पहुंचे प्रतिनिधियों के समक्ष सीएम ने कहा कि ठियोग उनके लिए कोई नया इलाका नहीं है। वह उस हलके के चप्पे-चप्पे से वाकिफ हैं। जब उन्होंने 1962 में महासू लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, उस वक्त ठियोग उस हलके का हिस्सा था। वीरभद्र ने कहा कि वह इस हलके लिए पूरी तरह समर्पित रहे हैं। इस मौके पर जिला परिषद सदस्य कृष्णा कुमारी, बीडीसी नारकंडा की अध्यक्ष मीना शर्मा और उपाध्यक्ष श्यामा शर्मा, बीसीसी ठियोग के महासचिव संजय भंडारी, उपाध्यक्ष सुनील खाची, प्रधान परिषद के अध्यक्ष अमर सिंह समेत कई प्रधान और अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

विद्या स्टोक्स ने भी मुख्यमंत्री से किया था आग्रह

ठियोग से मौजूदा विधायक विद्या स्टोक्स ने भी वीरभद्र सिंह से आग्रह किया था कि वह यहां से चुनाव लड़ें। उन्होंने बीते दिन ही इस बारे में हाइकमान को भी पत्र लिखा था कि वीरभद्र सिंह वहां से बेहतर प्रत्याशी हो सकते हैं। पहले भी कई दफा उन्होंने कहा था कि प्रदेश में चुनाव सीएम वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में ही होने चाहिए, दूसरा यहां कोई विकल्प नहीं है। इस घोषणा से बेशक ठियोग-कुमारसैन के विपक्षी प्रत्याशी परेशान हुए हैं, लेकिन अन्य क्षेत्रों में विपक्षी उम्मीदवारों ने राहत की सांस ली है।