सिर्फ आश्वासन…नहीं खुला अग्निशमन आफिस

भोरंज —  उपमंडल में मांग के बावजूद अग्निशमन विभाग का उप कार्यालय नहीं खुल पाया है। पंद्रह साल से की जा रही इस मांग को कोई भी सरकार पूरा नहीं कर पाई है। इससे क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है। भोरंज के तहत करीब तीन दर्जन पंचायतों में कहीं आग लग जाने पर 30 किलोमीटर दूर हमीरपुर से अग्निशमन केंद्र से फायर टेंडर बुलाने पड़ते हैं। इन गाडि़यों को मौके पर पहुंचने में काफी समय लग जाता है।   जब तक घटनास्थल पर गाड़ी पहुंचती है, काफी नुकसान हो जाता है। अगर भोरंज में अग्निशमन केंद्र खुल जाए तो क्षेत्र में अग्निकांड से होने वाले नुकसान को काफी कम किया जा सकता है। हर वर्ष दर्जनों गोशालाएं, आशियाने और जंगल आग की भेंट चढ़ रहे हैं। करोड़ों के नुकसान के बावजूद किसी की आंखें नहीं खुल रहीं। पिछले दिनों भोरंज में अग्निशमन केंद्र के लिए भूमि चयन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। लोगों में पंचायत प्रधान जाहू राजू, मुंडखर प्रधान प्रकाश चंद, भलवाणी प्रधान संजीव आंगरिया, बाहन्वीं के उपप्रधान राकेश कुमार, धमरोल पंचायत प्रधान विजय कुमार, कड़ोहता  से संतोष धीमान, उपप्रधान वीरेंद्र डोगरा, भौंखर प्रधान रणजीत सिंह, झरलोग प्रधान नरेश ठाकुर, उपप्रधान प्रकाश राणा, खरबाड़ प्रधान मदन कौशल, पूर्व प्रधान पपलाह धर्मदास, कक्कड़ पंचायत के उपप्रधान जय सिंह व ग्रामीण जगदीश चंद, कश्मीर चंद, वीरी सिंह, रमेश चंद, सम्मी, सलोचना देवी, तृश्ला, सुनीता देवी, सुशीला देवी, सरोज कुमारी, केहर सिंह, विपिन कुमार, बबीता कुमारी, दीनानाथ सहित अन्य ने भोरंज में जल्द अग्निशमन केंद्र खोलने की मांग की है।