सिर्फ छह महिलाओं को थमाए टिकट

शिमला— कयासों व तमाम दावों को दरकिनार करते हुए भाजपा को 68 चुनाव क्षेत्रों की फेहरिस्त में से छह महिला नेत्रियां ही बतौर प्रत्याशी विधानसभा चुनाव के लिए ढूंढ कर मिली हैं। इनमें शाहपुर से सरवीण चौधरी ही एकमात्र ऐसी मौजूदा विधायक व नेत्री हैं, जो इस क्षेत्र से पार्टी का प्रतिनिधित्व करती रही हैं। अन्य पांचों महिलाएं पार्टी की नई खोज हैं। इंदौरा से रीता धीमान, पालमपुर से प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष इंदू गोस्वामी, जिनकी टिकट को लेकर अरसे से दावे भी हो रहे थे। भोरंज से कमलेश कुमारी, जिन्होंने पूर्व मंत्री स्व. आईडी धीमान के पुत्र डा. अनिल धीमान जो मौजूदा विधायक भी है, उनका पत्ता काटा है। पार्टी ने इस सीट पर यह बड़ा बदलाव किया है। दावा यही है कि सर्वेक्षणों के आधार पर पार्टी ने ये टिकट आबंटित किए हैं। इसी तरह कुसुम्पटी से भाजपा  कांग्रेस के राज परिवार के मुकाबले की काट ढूंढ रही थी। यहां मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की धर्मपत्नी प्रतिभा सिंह की सगी भाभी विजय ज्योति सेन को टिकट दिया गया है। रोहड़ू से एकदम नया चेहरा उतारा गया है, जिसे लेकर पार्टी के नेता भी कयास नहीं लगा पाए थे। हालांकि पार्टी संगठन व महिला मोर्चा में भी शशि बाला ने कई पदों पर काम किया है, मगर उनके टिकट को लेकर अंत तक भ्रम की स्थिति बनी रही। चौपाल से सीमा मेहता को टिकट नहीं दिया गया है, जबकि वह इसकी प्रबल दावेदार थीं। इसी तरह दून से पूर्व विधायक विनोद कुमारी चंदेल भी दावेदारी की फेहरिस्त में कहीं आगे थीं, मगर उन्हें भी मौका नहीं मिल सका है।  शिमला ग्रामीण से भाजपा महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष वीना ठाकुर के दावे भी दमदार थे। कई नेता उनकी पैरवी कर रहे थे, मगर यहां से पार्टी ने एकदम नया चेहरा उतारा है, जो कभी मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का करीबी कहलाता था।