सीबीआई के राडार पर अब कुछ और संदिग्ध

 

कोटखाई गैंगरेप-मर्डर मिस्ट्री

शिमला  —  कोटखाई छात्रा गैंगरेप-मर्डर मामले में सीबीआई के राडार पर कुछ और संदिग्ध भी हैं। सूत्रों के अनुसार सीबीआई इन संदिग्धों के खिलाफ कुछ दिन में डीएनए जांच करवा सकती है। सीबीआई ने इस पूरे मामले की अंतिम जांच रिपोर्ट 25 अक्तूबर को हाई कोर्ट में पेश करनी है। ऐसे में जांच एजेंसी पर केस सुलझाने के लिए भारी दबाव है। शिमला के कोटखाई में छात्रा गैंगरेप-मर्डर मामले में सीबीआई की सर्विलेंस पर कुछ और संदिग्ध हैं। जांच एजेंसी को हाल ही में इस मामले में कुछ नई जानकारी मिली है। इसके आधार पर जांच एजेंसी अब कुछ और संदिग्धों की डीएनए जांच करवाने जा रही है। सूत्रों के अनुसार वारदात के दिन इनकी इस इलाके में मौजूदगी पाई गई है। इनके सैंपल अगले एक-दो दिन में जांच एजेंसी ले सकती है। इससे पहले 11 अक्तूबर में इस मामले की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने जांच एजेंसी को कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा था कि यदि तय सीमा में जांच पूरी नहीं हुई तो सीबीआई के निदेशक को तलब किया जाएगा। जांच पूरी न होने पर अब मामले में हिमाचल हाई कोर्ट ने सीबीआई को स्टेटस रिपोर्ट दायर करने के लिए 25 अक्तूबर तक का समय दिया है। ऐसे में जांच एजेंसी भी इस जांच को अब फाइनल करने की तैयारी में है। सीबीआई मामला सुलझाने के लिए अभी तक हलाइला और आसपास के क्षेत्र के करीब दो सौ लोगों के ब्लड सैंपल ले चुकी है। इसमें से भी कई लोगों की सैंपलों की रिपोर्ट आनी भी बाकी है,  लेकिन बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी अभी कुछ और संदिग्धों के सैंपल लेने की तैयारी में है।

तीन महीने से जांच में जुटी है टीम

मामले की अब तक जांच के दौरान सीबीआई हलाइला और इसके आसपास के इलाकों में कई लोगों और मजदूरों से भी पूछताछ कर चुकी है। जंगल में काम करने वाले चरानियों के अलावा कुछ वन कर्मियों से भी पूछताछ की जा चुकी है। सीबीआई इस मामले की करीब तीन महीने से जांच कर रही है। इस मामले में 22 जुलाई को एफआईआर दर्ज करने के बाद अब तक जांच एजेंसी को इसमें कोई कामयाबी नहीं मिली है। मौके पर कम सबूत होने के कारण सीबीआई फोरेंसिक सबूतों के आधार पर ही जांच आगे बढ़ा रही है।