हत्या में बदला होशियार सिंह केस

सीबीआई ने धारा 302 के तहत दर्ज की एफआईआर

शिमला  – मंडी के करसोग में वनरक्षक होशियार सिंह की संदिग्ध मौत के मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है। हाई कोर्ट द्वारा इस संबंध में आदेश दिए गए थे। इन आदेशों के करीब डेढ़ माह बाद इसमें मामला दर्ज किया गया है। शिमला स्थित सीबीआई थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज करने के साथ ही पेड़ कटान मामले में फोरेस्ट एक्ट के तहत अलग से केस दर्ज किया गया है। अब सीबीआई जांच से यह साफ हो जाएगा कि होशियार सिंह ने आत्महत्या की थी या उसको किसी साजिश के तहत वन माफिया ने मौत के घाट उतार दिया था। होशियार सिंह की मौत की जांच को लेकर पुलिस और सीआईडी पर उंगली उठती रही है। लोगों का आरोप है कि होशियार सिंह को वन माफिया ने मौत के घाट उतारा है। पुलिस और सीआईडी ने इस आत्महत्या  करार दे रही है। होशियार सिंह की संदिग्ध मौत की लोगों ने सीबीआई जांच की मांग सरकार से की थी। इस बीच हाई कोर्ट ने 13 सितंबर को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी था। इस तरह करीब डेढ़ माह बाद अब सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई ने कुछ दिन पहले इस केस का सारा रिकार्ड सीआईडी से लिया था। इसके बाद सीबीआई ने यह कार्रवाई अमल में लाई है। जांच एजेंसी अब होशियार सिंह की संदिग्ध मौत की गुत्थी सुलझाएगी। उल्लेखनीय है कि वनरक्षक होशियार सिंह का शव करसोग के कतांडा वन क्षेत्र में नौ जून को पेड़ पर लटका मिला था। लोग इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं थे कि यह आत्महत्या है। उनका आरोप था कि वन माफिया ने उसकी हत्या की है। जोरों-शोंरों से उठे इस मुद्दे पर कोर्ट ने सीबीआई को जांच के आदेश दिए, जिस पर टीम ने एफआईआर दर्ज कर ली है।