हमीरपुर कालेज में झमाकड़ा

हमीरपुर —  नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्मारक राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हमीरपुर में हिमाचल विश्वविद्यालय युवा समारोह समूह-तीन प्रतियोगिता का आयोजन चल रहा है। इसके दूसरे दिन युवाओं ने मंच पर हिमाचल प्रदेश के पारंपरिक नृत्यों के जलबे बिखेरे। प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों के नर्तकों ने नृत्य के माध्यम से समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को मंच पर उतारा। राजकीय संस्कृत महाविद्यालय सुंदरनगर ने मंडी की सुकेत रियासत से संबंधित परंपरागत नृत्य प्रदर्शित किया। राजकीय महाविद्यालय शिलाई के छात्रों ने वीर रस पर आधारित लोकनृत्य प्रस्तुत किया। राजकीय महाविद्यालय सुजानपुर के कलाकारों ने प्रसिद्ध लोकनृत्य झमाकड़ा पेश किया। आरकेएमवी की छात्राओं ने मंडी जिला के कुछ प्रचलित लोकनृत्य जैसे सुहाग, छिंज, गिद्दा और लुड्डी के सममिश्रण से मनमोहक नृत्य पेश किया। राजकीय महाविद्यालय सीमा ने नाटी नृत्य जो परंपरा और देव संस्कृति पर आधारित नृत्य प्रस्तुति दी। राजकीय महाविद्यालय चुवाड़ी ने प्राचीन नाटी नृत्य प्रस्तुत किया। मांडव ऋषि की नगरी राजकीय महाविद्यालय मंडी के छात्रों ने प्राचीनतम नाटी नागरी नृत्य को पेश किया। इसकी धूम विवाह-शादियों में अकसर देखने को मिलती है। राजकीय महाविद्यालय नौरा ने विवाह के शुभ अवसर पर गाए जाने वाले मांगलिक गीतों पर आधारित अपनी मनमोहक प्रस्तुति दी। करसोग महाविद्यालय के छात्रों ने मंडी की प्रसिद्ध सुकेती नाटी को प्रस्तुत किया। समारोह के  मेजबान हमीरपुर महाविद्यालय ने विवाह में बारात जाने के पश्चात वर पक्ष के घर में जो मांगलिक गीतों पर आधारित भडुआ लोकनृत्य पेश कर दर्शकों की तालियां बटोरीं।

कार्यक्रम में इन्होंने दी प्रस्तुतियां

प्राचार्य डा. हरदेव सिंह जम्बाल ने बताया कि इसके अलावा राजकीय महाविद्यालय क्यारटू, सोलन, चायल कोठी, सरकाघाट, रिकांगपिओ, धर्मशाला, ठियोग, सरस्वती नगर, संस्कृत कालेज सोलन और सायंकालीन अध्ययन केंद्र शिमला ने विभिन्न पारंपरिक नृत्यों पर मनमोहक प्रस्तुतियां दीं।