हरोली में ब्राह्मणों का राज

टाहलीवाल —  हरोली विधानसभा क्षेत्र वर्ष 2008 में विस निर्वाचन क्षेत्रों की परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। डिलिमिटेशन से पहले हरोली को संतोषगढ़ विधानसभा चुनाव क्षेत्र के रूप में पहचाना जाता था। 2012 के विधानसभा चुनावों में कुल 72,225 मतदाता थे। जबकि अब हरोली विस क्षेत्र में 76,907 मतदाता है। हरोली विस क्षेत्र का प्रदेश की राजनीति में अहम स्थान रहा है। डिलिमिटेशन के बाद इसका नाम हरोली रखा गया। इससे पहले यह क्षेत्र संतोषगढ़ विस क्षेत्र के नाम से जाना जाता था, जबकि संतोषगढ़ अब ऊना विधानसभा क्षेत्र के तहत आता है। इस विस क्षेत्र में अब तक हुए विस चुनावों में केवल ब्राह्मण प्रत्याशियों के सिर पर ही जीत का ताज सजा है और इस विस क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी का ही दबदबा रहा है। इस हलके से 1966 से लेकर 1998 तक तीन दशक से भी ज्यादा जोशी परिवार, जिसमें विद्यासागर जोशी, कश्मीरी लाल जोशी, विजय कुमार जोशी विधायक रहे। प्रदेश सरकार में उद्योग मंत्री व विस डिप्टी स्पीकर के पद पर आसीन रहे, जबकि 1998 में जय किशन शर्मा चुनाव जीते और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे। इसके बाद 2003, 2007 और 2012 में मुकेश अग्निहोत्री लगातार तीन बार इस हलके से जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं। हलके में एक बार को छोड़ दें तो हर विस चुनावों में ब्राह्मणों में जंग होती रही है और सीट पर ब्राह्मणों का ही कब्जा रहा है। इस बार भी 2017 के चुनावों में भी कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश अग्निहोत्री के सामने भाजपा के राम कुमार मैदान में है। हालांकि रामकुमार 2012 के विस चुनावों में करीब 5200 मतों से हार गए थे। बावजूद इसके भाजपा ने उन पर विश्वास जता पुनः उन्हें मुकेश अग्निहोत्री के विरुद्ध टिकट दिया है।  विजय जोशी वर्ष 1977 में 25 वर्ष की आयु में विधायक बन विधानसभा पहुंचे थे। 1967 में विद्यासागर जोशी आजाद विधायक रहे। 1969 में कश्मीरी लाल जोशी लोक राज पार्टी से विधायक रहे। 1972 में कश्मीरी लाल जोशी कांग्रेस पार्टी से। 1977 में विजय कुमार जोशी जनता पार्टी से। 1982 में विजय कुमार जोशी कांग्रेस पार्टी से। 1985 में विजय कुमार जोशी कांग्रेस से विधायक रहे। 1990 में कश्मीरी लाल जोशी ने भाजपा टिकट पर चुनाव जीता। तदोपरांत विजय कुमार जोशी ने एक बार फिर वर्ष 1993 में कांग्रेस पार्टी की टिकट पर विजयी परचम लहराया। 1998 में जयकृष्ण शर्मा भाजपा से चुनाव जीते, जबकि वर्ष 2003 से 2012 तक तीनों बार कांग्रेस पार्टी से मुकेश अग्निहोत्री विधायक चुने गए।