हिदायत देकर बख्शे अफसर

चुनाव संबंधी सूचना देरी से देने पर तहसीलदारों से चुनाव आयोग ने पूछा कारण

 शिमला— चुनाव आयोग के निर्देशानुसार समय पर चुनाव विभाग को चुनाव संबंधी जानकारी नहीं देने वाले तहसीलदारों को फिलहाल हिदायत देकर छोड़ दिया गया है। विभाग ने इनसे सूचना समय पर नहीं दिए जाने का कारण पूछा है। इन कारणों को जानने के बाद यदि कहीं ढिलाई पाई जाती है, तो इन पर कार्रवाई की जाएगी, यह भी तय है। इनके साथ-साथ विभाग ने चुनाव में लगे दूसरे अधिकारियों व कर्मचारियों को नए सिरे से प्रक्रिया में गंभीरता बरतने के लिए कह दिया है। बाकायदा जिला अधिकारियों की मार्फत उनको निर्देश जारी किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार विभिन्न जिलों के पांच तहसीलदारों ने चुनाव विभाग को नामांकन प्रक्रिया के दौरान पूरी तरह से मदद नहीं की। इनकी तरफ से सूचना देने में देरी की गई और समय पर सूचना नहीं मिलने से चुनाव विभाग की खासी फजीहत हुई। ऐसे में चुनाव विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। बताया जाता है कि इस मामले को लेकर प्रशासनिक मशीनरी को गंभीरता बरतने के लिए कहा गया है। जिलों में काम देख रहे जिलाधीशों को कहा गया है कि वे अपने स्तर पर सभी को हिदायत दें और समय पर सूचनाएं देने के लिए कहा जाए। यहां बता दें कि चुनाव विभाग के अधिकारियों ने इस मसले पर शिकायत की थी, क्योंकि यह मामला चुनाव से जुड़ा हुआ है। चुनावी प्रक्रिया में जुटी प्रशासनिक मशीनरी निचले स्तर तक सक्रिय है। इस संबंध में चुनाव आयोग के विशेष निर्देश हैं और इन नियमों की पालना करना सभी के लिए जरूरी है। ऐसे में कोताही बरतने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा, इन लोगों की एसीआर भी खराब हो सकती है।

आचार संहिता उल्लंघन की पांच शिकायतें

शिमला — निर्वाचन विभाग को चुनाव आचार संहिता से संबंधित शनिवार को पांच शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें दो राजनीतिक दलों, जबकि तीन आम जनता के माध्यम से मिली हैं। विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि विभाग को कुल 94 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 18 का निपटारा कर लिया गया है।