अब इंजीनियरिंग-फार्मेसी में करें पीएचडी

By: Nov 25th, 2017 12:57 am

प्रदेश सरकार ने तकनीकी विश्वविद्यालय को रिसर्च सेंटर ऑफ पीएचडी स्थापित करने की दी मंजूरी, इस साल से प्रक्रिया शुरू

हमीरपुर— प्रदेश में इस साल से इंजीनियरिंग तथा फार्मेसी में पीएचडी हो सकेगी। हिमाचल सरकार ने तकनीकी विश्वविद्यालय को रिसर्च सेंटर ऑफ पीएचडी स्थापित करने की अनुमति प्रदान कर दी है। इसके तहत हिमाचल प्रदेश में इंजीनियरिंग और फार्मेसी में पीएचडी होगी। राज्य के दो सरकारी इंजीनियरिंग कालेजों नगरोटा बगवां और सुंदरनगर में इसका प्रावधान कर दिया गया है। ज्वालामुखी के निजी फार्मेसी कालेज में भी यह सुविधा प्रदान कर दी गई है। हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय ने इसके लिए तीनों कालेजों में रिसर्च सेंटर ऑफ पीएचडी स्थापित किए हैं। इसके लिए एक दर्जन से ज्यादा कालेजों ने आवेदन किया था। स्पॉट इंस्पेक्शन के बाद राजीव गांधी इंजीनियरिंग कालेज नगरोटा बगवां और जवाहर लाल नेहरू इंजीनियरिंग कालेज सुंदरनगर को पीएचडी के लिए अधिकृत किया गया है। तकनीकी विश्वविद्यालय ने इंजीनियरिंग में पीएचडी शुरू करवाने का प्रस्ताव दो साल पहले तैयार किया था। कई चरणों से घूमने के बाद इस प्रस्ताव को तकनीकी विश्वविद्यालय की बीओजी ने मंजूरी प्रदान कर दी है। इस आधार पर तकनीकी विश्वविद्यालय ने पीएचडी के रिसर्च सेंटर आरंभ करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। बताते चलें कि तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर का कर्मचारी चयन आयोग के समीप दडूही में अपना कैंपस बनना शुरू हो गया है। लंबी जद्दोजहद के बाद तकनीकी विवि ने अपने भवन कांप्लेक्स का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया है। इसके तहत पहले चरण में प्रशासनिक भवन का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा कैंपस में अकादमिक भवन और गेस्ट हाउस बनेंगे। इस निर्माण के बाद तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर में अपना कालेज आरंभ कर देगा। जाहिर है कि तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर से 45 कालेज मान्यता प्राप्त हैं। हालांकि इस विश्वविद्यालय का अभी तक अपना कोई कालेज नहीं है। हमीरपुर में तकनीकी विवि का अपना कैंपस बन जाने के बाद इस कालेज में तमाम सुविधाएं आरंभ होंगी।

तीन सरकारी, नौ निजी कालेजों ने किया था आवेदन

प्रदेश के सभी कालेजों से निर्धारित मापदंडों पर आधारित रिसर्च सेंटर ऑफ पीएचडी के लिए आवेदन मांगे थे। अधिकारिक सूचना के अनुसार इसके लिए तीन सरकारी कालेजों और नौ निजी कालेजों ने आवेदन किया था। इसके बाद तीन सदस्यीय कमेटी ने सभी कालेजों का स्पॉट इंस्पेक्शन कर इंजीनियरिंग के लिए दो तथा फार्मेसी के लिए एक कालेज को पीएचडी के लिए हरी झंडी दी है। इसके चलते तकनीकी विश्वविद्यालय ने अब तीनों ही कालेजों में पीएचडी के रिसर्च सेंटर आरंभ करने का फैसला लिया है।


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